Meerut News: अब रुकेगा अवैध स्टैंड का खेल, माफियाओं पर कसी जाएगी नकेल, जानें- क्या है जिला प्रशासन का खास प्लान
Meerut News: जिलाधिकारी दीपक मीणा ने आज स्थानीय अफसरों की बैठक में जनपद में बढ़ते अवैध टैक्सी स्टैण्ड एवं अवैध ई-रिक्शाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि परिवहन विभाग द्वारा जनपद में अवैध टैक्सी स्टैण्ड एवं अवैध ई-रिक्शा के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
Meerut News: अब जिले में अवैध स्टैंड का धंधा बंद करने के साथ ही इसे चलाने वाले माफियाओं पर शिकंजा कसा जाएगा। मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने आज स्थानीय अफसरों की बैठक में जनपद में बढ़ते अवैध टैक्सी स्टैण्ड एवं अवैध ई-रिक्शाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि परिवहन विभाग द्वारा जनपद में अवैध टैक्सी स्टैण्ड एवं अवैध ई-रिक्शा के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाये तथा समस्त नगर पालिका व नगर पंचायत क्षेत्र में वैध/अवैध टैक्सी स्टैण्ड का चिन्हांकन कर संबंधित समस्त अधिकारी समन्वय स्थापित करते हुये अभियान चलाकर कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि जो भी स्थान टैक्सी/टैम्पो/ई-रिक्शा के लिए नगर पालिका व नगर पंचायत में चिन्हित किया गया है उसी स्थान से टैक्सी/टैम्पो/ई-रिक्शा का संचालन होगा।
शासन की मंशा के अनुरूप करें कार्य - डीएम
कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनपद स्तरीय विकास कार्य, राजस्व कार्य एवं प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुये जिलाधिकारी दीपक मीणा ने अधिकारियों से कहा कि वह शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करें, जनता से मधुर व्यवहार रखे, जनता की समस्याओ का निस्तारण प्राथमिकता पर व समय से कराना सुनिश्चित करे। उन्होने सरकार की जनकल्याणकारी योजना एवं निर्माण कार्यों की गुणवत्ता व समयबद्धता का विशेष ध्यान देते हुये कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने उद्योग विभाग द्वारा संचालित विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुये बताया गया कि भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ भगवान विश्वकर्मा जयन्ती के अवसर पर 17 सितम्बर-2023 को किया जा रहा है। इसका उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों व कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान करते हुए उन्नत किस्म के उपकरण एवं कौशल उन्नयन प्रशिक्षण प्रदान कर उनके व्यवसाय में बढ़ोत्तरी कराना है। योजनान्तर्गत 18 पारंपरिक व्यवसायों को सम्मिलित किया गया है, जिसमें बढ़ई, बोट मेकर (नौका बनाने वाले), शस्त्र बनाने वाले (आर्मरर), लौहार, टूलकिट मेकर, ताला मेकर, मूर्तिकार, सुनार, कुम्हार, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी बुनकर, खिलौनी बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी फिसिंग नेटर मेकर को सम्मिलित किया गया है। इस अवसर सीडीओ शशांक चौधरी, प्रशिक्षु आईएएस श्रुति शर्मा, अपर जिलधिकारी प्रशासन अमित कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त सूर्य कांत त्रिपाठी, समस्त एसडीएम, सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन, सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
Meerut News: दौराला में मां-बेटे को सांप ने डसा, दोनो की मौत
Meerut News: ग्रामीण इलाके में सांप के काटने से मां-बेटा की मौत हो गई। घटना पनवाड़ी गांव की है। सांप काटने की घटना से मां बेटे की मौत पर गांव में मातम पसर गया है। बता दें कि मेरठ जनपद में सर्पदंश के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। जिला मुख्यालय पर प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना पनवाड़ी गांव में तब हुई जब कल रात किरण देवी(35) पत्नी अरविंद अपने पुत्र गोविंदा (4) के साथ चारपाई पर सो रही थी। बताया जा रहा है कि तभी बाहर दरवाजे से एक सांप आया और चारपाई पर चढ़कर मां-बेटे को डस लिया। सांप के डसने के बाद महिला चिल्लाई तो परिजनों ने मां-बेटे को लेकर पास के ही एक निजी अस्पताल पहुंचे। लेकिन,तब तक सांप का जहर अपना काम कर चुका था। इधर चिकित्सकों द्वारा मौत की पुष्टि करने के बावजूद परिजनों को डॉक्टर के बातों पर विश्वास नहीं हुआ और झाड़ फूंक द्वारा मां- बेटे को बचाने के लिए दोनों को लेकर आसपास के गांवों में झड़वाने के लिए पहुंचे, लेकिन वहां भी परिजनों के हाथ निराशा ही लगी।
बाद में गांव के किसी व्यक्ति की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। बताया जा रहा है कि मृतक की चार बेटियां और एक बेटा था। बता दें कि मेरठ जनपद में खासकर ग्रामीण इलाको में सांप के काटने की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे हमलों में वृद्धि के कारण, वन अधिकारियों ने अब एक सलाह जारी की है जिसमें ग्रामीणों को अपने खेतों में जाते समय अधिक सावधान रहने की चेतावनी दी गई है। उप प्रभागीय वन अधिकारी ज्ञान सिंह ने कहा, मानसून के दौरान सांप अक्सर गांवों में आते हैं। ग्रामीणों को फर्श पर सोने से बचना चाहिए और अपने घरों, खेतो में जाते समय विशेषकर अँधेरे में सावधानी बरतनी चाहिए।
वन विभाग ने जारी की एडवाइजरी
डॉक्टरों की मानें तो कई बार सांप द्वारा काटे गए मरीज को ये ही समझ में नहीं आता है कि आखिर उसे हुआ क्या है। कुछ मामलों में तो मरीज सांप काटे के लक्षण को लकवा के लक्षण समझ बैठते हैं। डॉक्टर का कहना है कि कुछ ऐसे लक्षण हैं जिनसे साफ हो जाता है कि मरीज को सांप ने काटा है। जैसे रात को सोया हुआ व्यक्ति जब सुबह सोकर उठे यानि उसकी आंख न खुले। उसकी आवाज न निकले। थूक गटकने में परेशानी हो रही हो। एक चीज दो-दो नजर आ रही हों। शरीर स्थिर हो रहा हो। नाक में सूजन आ गई हो। डाक्टरों का कहना है कि जब किसी व्यक्ति को सांप काट ले तो उसके इलाज में देरी नहीं करनी चाहिए। जितनी जल्दी हो सके तो मरीज को अस्पताल लेकर जाएं। मरीज अस्पताल जितनी देरी से पहुंचेगा खतरा उतना ही बढ़ जाएगा।