Meerut News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो बड़े नेताओं का झगड़ा, भाजपा नेतृत्व चिंतित
Meerut News: पिछले दिनो पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने खुल कर आरोप लगाया है कि वे भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम की वजह से मुजफ्फरनगर सीट पर चुनाव हारे।
Meerut News: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो बड़े नेताओं केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और भाजपा के फायर ब्रांड नेता एवं पूर्व विधायक संगीत सोम के झगड़े से भाजपा नेतृत्व चिंता में है। नेतृत्व की चिंता इस बात को लेकर है कि अगर पार्टी के इन दो बड़े नेताओं के इस आपसी झगड़े ने भाजपा के अंदर जाट बनाम राजपूत की लड़ाई का रुप अख्तियार कर लिया तो फिर 2027 की लड़ाई पश्चिमी यूपी में बीजेपी के लिए बहुत मुश्किल खड़ी कर सकती है।
दरअसल,पिछले दिनो पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने खुल कर आरोप लगाया है कि वे भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम की वजह से मुजफ्फरनगर सीट पर चुनाव हारे। दूसरी ओर संगीत सोम ने कहा है कि बालियान निराधार बात कर रहे हैं वे अपने अहंकार की वजह से हारे। गौरतलब है कि पहले संगीत सोम ने आरोप लगाया था कि वे 2022 के विधानसभा चुनाव में सरधना सीट पर बालियान के कारण हारे। बाद में उन्होंने पूरे इलाके में राजपूत महापंचायत की थी, जिसमें भाजपा का विरोध किया गया था।
संजीव बालियान और संगीत सोम की आपसी लड़ाई
वैसे,जहां तक संजीव बालियान और संगीत सोम की आपसी लड़ाई की बात है तो इसकी नींव तो 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में ही पड़ गई थी। तब पार्टी के नेता संगीत सोम सरधना सीट से चुनाव हार गए थे। बीजेपी के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम विधायक थे, लेकिन समाजवादी पार्टी के अतुल प्रधान ने उन्हें हरा दिया था। तब संगीत सोम पक्ष ने हार का ठीकरा पश्चिमी यूपी के बड़े जाट नेता संजीव बालियान पर जो कि उन दिनो केन्द्र में मंत्री थे यह कहते हुए फोड़ा था कि संजीव बालियान ने उनके खिलाफ काम किया। ताजा लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी समेत कई बड़े नेताओं ने संजीव बालियान और संगीत सोम के बीच चल रही अदावत को खत्म कराने का प्रयास किया था। तब ऐसा लगा था कि शायद अदावत खत्म हो गई है। लेकिन, केन्द्र में एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण के अगले ही दिन संजीव बालियान द्वारा हार का ठीकरा जिस तरह संगीत सोम पर फोड़ा है उससे लगता यही है कि अदावत अभी खत्म नहीं हुई है। बल्कि अब तो दोनो नेताओं का विवाद और बढ़ गया है।