Meerut News: हिंदू जागरण मंच के पूर्व महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई, जिला बदर का नोटिस
Meerut News: सचिन सिरोही के अनुसार पुलिस प्रशासन मेरा व मेरे परिवार का लगातार उत्पीड़न कर रहा है, इस तरीके की कार्रवाई करके मेरी व मेरे परिवार की राजनीतिक व सामाजिक छवि को खराब करके हिंदू समाज की आवाज उठाने और मेरठ पुलिस प्रशासन की गलत कार्यशैली को मुख्यमंत्री को अवगत कराने का दंड मुझे पुलिस प्रशासन द्वारा दिया जा रहा है।
Meerut News: हिंदू जागरण मंच के पूर्व महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही के खिलाफ जिला पुलिस प्रशासन ने गुंडा एक्ट की कार्रवाई की है। इसके साथ ही उन्हें जिला बदल करने का नोटिस दिया गया है। इसकी पुष्टि करते हुए हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने आज रात को न्यूज ट्रैक को बताया कि मेरे ऊपर गुंडा एक्ट की कार्रवाई एवं जिला बदर करने का नोटिस मुझे आज शाम 5ः00 बजे सब इंस्पेक्टर मोहम्मद नजीरू थाना सिविल लाइन मेरठ ने मेरे घर पर आकर मुझे रिसीव कराया।
पुलिस प्रशासन किसी के दबाव में कर रहा है
सचिन सिरोही के अनुसार मेरठ पुलिस प्रशासन मेरा व मेरे परिवार का लगातार उत्पीड़न कर रहा है क्योंकि इस तरीके की कार्रवाई करके मेरी वह मेरे परिवार की राजनीतिक व सामाजिक छवि को खराब करके हिंदू समाज की आवाज उठाने और मेरठ पुलिस प्रशासन की गलत कार्यशैली को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को अवगत कराने का दंड मुझे मेरठ पुलिस प्रशासन द्वारा दिया जा रहा है क्योंकि मैं भारतीय जनता पार्टी का एक कार्यकर्ता होने के नाते मेरठ हापुड लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहा हूं। इसलिए यह कार्रवाई राजनीतिक द्वेष द्वारा मेरठ पुलिस प्रशासन किसी के दबाव में कर रहा है, जिससे मुझ पर गुंडा एक्ट लगाकर चुनाव संपन्न होने तक जिला बदर की कार्रवाई कराकर जिले से बाहर रखकर मुझे 2024 का चुनाव लड़ने से रोका जा सके।
भविष्य में पार्टी को नुकसान होगा
सचिन सिरोही का कहना है कि इस नोटिस को लेकर जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को अवगत कराया जाएगा कि हिंदुओं की आवाज उठाने वाले प्रत्येक हिंदूवादी लोगों पर झूठी करवाई करके हिंदू समाज की आवाज को कुचलने का काम मेरठ पुलिस प्रशासन द्वारा किया जा रहा है जिनका भविष्य में पार्टी को नुकसान होगा और हिंदू समाज के अंदर पुलिस की जनता के लिए इस तरीके की गलत कार्रवाई से समाज में काम करने वाले वह अन्य समाज के लोगों में सरकार के प्रति विरोधाभास जैसे परिणाम आ सकते हैं।