Meerut News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित हुआ इंडिया स्पेस वीक, छात्रों ने उकेरा चंद्रयान-3 की आकृति

Meerut News: प्रदर्शनी में अंतरिक्ष अन्वेषण के लाभ भारतीय अंतरिक्ष शिक्षा प्रणाली एक नए अंतरिक्ष युग की ओर अंतरिक्ष और जलवायु परिवर्तन के बीच बढ़ता संबंध भारत के गौरवशाली वैज्ञानिक आदि थीम पर एक से एक सुंदर प्रेरक हस्तनिर्मित छोटी बड़ी पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया गया।

Update:2023-08-19 22:54 IST
(Pic: Newstrack)

Meerut News: भारत अंतरिक्ष सप्ताह (इंडिया स्पेस वीक) के अंतर्गत शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में ललित कला विभाग चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय एवं एन एस कॉलेज मेरठ के संयुक्त तत्वाधान में पोस्टर प्रतियोगिता ड्राइंग एंड पेंटिंग प्रतियोगिता स्लोगन एवं निबंध प्रतियोगिता का वृहद आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारत की अंतरिक्ष शक्ति एवं गौरव के ऊपर चित्र प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया जिसका उद्घाटन चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर संगीता शुक्ला एवं डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर भूपेंद्र राणा के डॉक्टर प्रोफेसर बीरबल सिंह ने फीता काटकर दीप प्रज्वलित कर किया।

प्रदर्शनी में अंतरिक्ष अन्वेषण के लाभ भारतीय अंतरिक्ष शिक्षा प्रणाली एक नए अंतरिक्ष युग की ओर अंतरिक्ष और जलवायु परिवर्तन के बीच बढ़ता संबंध भारत के गौरवशाली वैज्ञानिक आदि थीम पर एक से एक सुंदर प्रेरक हस्तनिर्मित छोटी बड़ी पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया गया। जिनकी सभी के द्वारा भूरी भूरी प्रशंसा की गई। बतौर मुख्य अतिथि प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने ललित कला विभाग के छात्राओं में शिक्षकों को इस महान गौरवशाली क्षण को चित्रों में बड़ी खूबसूरती के साथ उतरने के लिए बधाई दी। तथा उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा व प्रयासों से आज हर भारतवासी गर्व का अनुभव कर रहा है। आज भारतीय अंतरिक्ष विश्व में प्रथम स्थान पर है।

बतौर मुख्य वक्ता प्रोफेसर वीरपाल ने इसरो की उपलब्धियों और chandrayaan-3 के प्रक्षेपण पर विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि आज चंद्र यान-3 विश्व की सबसे बड़ी उपलब्धि है। जो भारत को विश्व में बड़ी शक्ति के रूप में तथा विकसित देश के रूप में स्थापित करता है। कार्यक्रम संयोजिका प्रोफ़ेसर अलका तिवारी समन्वयक ललित कला विभाग ने कहा कि कि हम सबने बचपन में एक कविता सुनी और पड़ी थी की चंदा मामा दूर के लेकिन चंदा मामा अब दूर नहीं है अब भारत चांद पर पहुंच गया है। जिससे सभी देश भारत का लोहा मान गए हैं। ललित कला विभाग के शिक्षक विद्यार्थियों ने अंतरिक्ष की उपलब्धियों और उसकी सफलता तथा चंद्रयान-3 के अंतरिक्ष में पहुंचने के अद्भुत दृश्य को अपने चित्रों में उतारा है। इसी श्रंखला में 23 अगस्त 2023 को जब चंद्रयान -3 अपनी सफलता के परचम को फहरायेंगा तब विश्वविद्यालय परिसर में उत्सव मनाया जाएगा।

प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहां की भारत अंतरिक्ष सप्ताह जो कि डॉक्टर विक्रम साराभाई के जन्मदिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष दिनांक 12 से 18 अगस्त को मनाया जाता है। सामाजिक आर्थिक विकास को सशक्त बनाने के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र किया उपलब्धि मील का पत्थर साबित होगी।
रिसेप्शन प्रायोजित प्रतियोगिताओं का परिणाम निम्न प्रकार से रहा-
प्रथम -तनु
द्वितीय- वासु त्यागी
तृतीय-शिवानी तोमर

पोस्टर प्रतियोगिता में
प्रथम-जय श्री
द्वितीय -शिवानी
तृतीय-शगुन

स्लोगन प्रतियोगिता में
प्रथम -विशु कुमार
द्वितीय-नगमा सैफी
तृतीय-अंजलि

निबंध प्रतियोगिता मे
प्रथम -शुभी
द्वितीय-अमित
तृतीय-विनीता

ड्राइंग कंपटीशन में-
प्रथम-अक्षय
द्वितीय- भारती
तृतीय-सुजाता

इस अवसर पर प्रोफेसर राधे कृष्णा, मुख्य अभियंता श्री मनीष मिश्रा, डॉ प्रदीप चौधरी, प्रोफेसर संजय कुमार, सुश्री दीपांजलि, डॉ संघर्ष शर्मा, डॉक्टर अंजु त्यागी, डी ए वी कॉलेज खरखौदा की डॉ अंजु त्यागी, डॉ मनीष शर्मा,आदि उपस्थित रहे कार्यक्रम के सफल आयोजन में अभियंता मनीष मिश्रा डॉ पूर्णिमा वशिष्ठ डॉ शालिनी धामा का विशेष सहयोग रहा छात्र स्तर पर एन एस कॉलेज के विश्व कुमार नगमा कोमल रानी, तनु रानी ,अंजलि जय श्री, अक्षय ,शालिनी का कार्य सराहनी रहा।

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