Meerut News : भाषा संवर्धन कार्यशाला में प्रो. कृष्णकांत शर्मा बोले - प्राचीन ज्ञान के भंडार का द्वार है संस्कृत

Meerut News : चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग एवं संस्कृत भारती के संयुक्त तत्त्वावधन में 10 दिवसीय संस्कृत भाषा संवर्धन कार्यशाला के शुभारंभ किया गया।

Report :  Sushil Kumar
Update:2024-09-06 21:23 IST

Meerut News : भारत के प्राचीन इतिहास में शोध करने के लिए संस्कृत की अनिवार्यता को प्रतिपादित करते हुए प्रोफेसर कृष्णकांत शर्मा ने कहा कि प्राचीन काल के सभी शिलालेखों को पढ़ने के लिए संस्कृत की आवश्यकता है, जिससे इतिहास की समझ विकसित होती है। वह यहां चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग एवं संस्कृत भारती के संयुक्त तत्त्वावधन में 10 दिवसीय संस्कृत भाषा संवर्धन कार्यशाला के शुभारंभ के मौके पर अपने विचार रख रहे थे।

इससे पहले इतिहास विभाग के वीर बंदा वैरागी सभागार में आयोजित इस कार्यशाला का उद्घाटन इतिहास विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर कृष्णकांत शर्मा ने सरस्वती माता के समक्ष दीप प्रज्वलन करके किया। इतिहास विभाग की आचार्या प्रोफेसर ए.वी. कौर ने कहा कि संस्कृत एक वैज्ञानिक भाषा है, जो अंतरिक्ष अनुसंधान एवं कंप्यूटर के लिए बहुत उपयोगी है। इसी कारण हमें संस्कृत का ज्ञान अवश्य करना चाहिए। संस्कृत भारती के प्रांत सह मंत्री डॉ. संदीप कुमार ने संस्कृत भारती का परिचय देते हुए संस्कृत भाषा के महत्व को प्रतिपादित करते हुए प्राचीन भारत के ज्ञान रूपी रत्न भंडार का द्वार संस्कृत को बताया, जिसके द्वारा ही विज्ञान रूपी रत्नों को पाया जा सकता है। कार्यशाला की मुख्य शिक्षिका डॉ. रक्षिता ने संस्कृत भाषा कार्यशाला के प्रारंभ बिंदुओं का प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम का संचालन नीलकमल ने किया। कार्यक्रम में डॉ. मनीषा, डॉ. कुलदीप त्यागी, प्रज्ञा, अजय, प्रदीप, डॉ. योगेश, डॉ. शालिनी आदि शिक्षक तथा बड़ी संख्या में शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।


रोगों से बचने के प्रति किया जागरूक

चौ. चरणसिंह विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग में चल रहे नेशनल न्यूट्रीशन वीक के अर्न्तगत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें न्यूट्रीशन क्वीज, स्तनपान की महत्ता पर नुक्कड़ नाटक, डायट काउन्सलिंग कैम्प एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एमएससी गृह विज्ञान, एमए गृह विज्ञान एवं बीएससी गृह विज्ञान की छात्राओं ने उपचारात्मक आहार द्वारा विभिन्न रोगों से बचने के उपायों के प्रति लोगों को जागरूक किया। समन्वयक प्रो. बिन्दु शर्मा ने बताया कि कैसे पौष्टिक एवं सन्तुलित आहार का उपयोग कर हम अपने आप को स्वस्थ्य रख सकते हैं। इस अवसर पर डॉ. निधि चौधरी, डॉ. श्वेता शर्मा, डॉ. इरम मुमताज, मिस नेहा शर्मा, मिस इति सिंघल एवं समस्त कर्मचारी गिरिराज, प्रमोद कुमार, राजू आदि उपस्थित रहे।

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