Meerut News: कर्तव्य भूलकर अधिकारों को प्राप्त नहीं किया जा सकता-डॉक्टर गौरव प्रधान
Meerut News: बोले-विश्व गुरु बनने का मतलब यह नहीं है कि किसी पर राज करना, हमारी सभ्यता दूसरों को दबाकर राज करना नहीं है बल्कि सबको साथ लेकर सबका सम्मान करते हुए चलना है।
Meerut News: मोटिवेशनल स्पीकर डॉक्टर गौरव प्रधान ने यहां कहा कि कर्तव्य पथ पर चलकर ही अधिकारों की प्राप्ति होगी, कर्तव्य को भूलकर अधिकारों को प्राप्त नहीं किया जा सकता। कर्तव्य मार्ग पर चलने से ही हम बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। वे आज यहां चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के अटल सभागार में आयोजित कार्यक्रम ए जर्नी ऑफ इंडिया टू भारत के दौरान अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। डॉ गौरव प्रधान ने आगे कहा कि भगवान श्री राम ने कर्तव्य पालन धैर्य और धर्म की व्याख्या की थी, धर्म का मूल अर्थ ही कर्तव्य है।
जहां पर ज्यादा सीखने को मिले वहीं पर पहले जाना चाहिए
डॉ गौरव प्रधान ने कहा कि भारत आज का नाम नहीं है सतयुग वेदों से यह नाम चल रहा है। भारत का मूल आधार ज्ञान है और वेदों में ही सारा ज्ञान है। जो देश अपनी सभ्यता, अपनी जड़ को भूल जाता है उसका समाप्त होना निश्चित है। भारत फिर से विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है, इसके लिए सभी का साथ चाहिए। विश्व गुरु बनने का मतलब यह नहीं है कि किसी पर राज करना, हमारी सभ्यता दूसरों को दबाकर राज करना नहीं है बल्कि सबको साथ लेकर सबका सम्मान करते हुए चलना है। उन्होंने कहा कि जब तक संघर्ष नहीं करोगे तो सफलता नहीं मिलेगी। जीत जरूरी नहीं है बल्कि सच्चे मन से संघर्ष जरूरी है, अपने पास जो संसाधन है उन्हीं उपलब्ध संसाधनों से ही संघर्ष करना है। उन्होंने कहा कि यदि हमें कुछ करना है तो सबसे पहले सीखने की आदत को अपने अंदर डालें, जहां पर ज्यादा सीखने को मिले वहीं पर पहले जाना चाहिए। 1000 साल की गुलामी ने हमें सहना सिखा दिया था।
अपने पास जो है उसी के साथ आगे बढ़ना चाहिए
उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि यदि मैनेजमेंट सीखना है तो चार किताबों को जरूर पढ़ें रामायण, महाभारत, चाणक्य नीति और कौटिल्य अर्थशास्त्र। हमने इसको केवल पढ़ने के लिए रखा, कभी उन्हें समझा नहीं। यदि जीवन को सुधारना है तो लिखे गए ग्रंथों को पढ़ने के साथ-साथ समझना भी पड़ेगा। आज का युवा इंडिया पर नहीं भारत पर ज्यादा विश्वास करता है कभी दूसरों से तुलना नहीं करनी चाहिए। अपने पास जो है उसी के साथ आगे बढ़ना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अनेक प्रकार से कार्य कर रहा है। युवाओं के गुणवत्ता परक शोध के लिए विश्वविद्यालय उन्हें हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करा रहा है।
कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। देश का भविष्य उन पर निर्भर करता है, वह हर स्तर पर इसका प्रतिनिधित्व करते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ विवेक कुमार त्यागी ने किया। इस अवसर पर भास्कर जैन कुलसचिव, धीरेंद्र कुमार वर्मा रिसर्च डायरेक्टर, प्रोफेसर वीरपाल सिंह, प्रोफेसर हरे कृष्णा, प्रोफेसर जयमाला, प्रोफेसर अनिल मलिक, प्रोफेसर दिनेश कुमार, प्रोफेसर प्रशांत कुमार, डॉ धर्मेंद्र कुमार, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता दीपक त्यागी आदि मौजूद रहे।