Meerut News: मेरठ में बाढ़ का हाई अलर्ट, गंगा नदी एक बार फिर उफान पर, दर्जनभर गांवों से संपर्क कटा
Meerut News: हस्तिनापुर में गंगा नदी एक बार फिर उफान पर है। गंगा का जलस्तर तीन लाख 88 हजार क्यूसेक पर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर ऊपर है। इसकी वजह से खादर क्षेत्र चारों ओर गंगा का जल ही जल दिखाई दे रहा है।
Meerut News: हस्तिनापुर में गंगा नदी एक बार फिर उफान पर है। गंगा का जलस्तर तीन लाख 88 हजार क्यूसेक पर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर ऊपर है। इसकी वजह से खादर क्षेत्र चारों ओर गंगा का जल ही जल दिखाई दे रहा है। सिंचाई विभाग के अफसरों की मानें तो गंगा का इस सीजन का यह सर्वाधिक जलस्तर है। गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि होने से दर्जनभर गांवों से संपर्क कट गया है और केवल नाव ही सहारा बनी है। पानी नदी की धारा से निकलकर गांवों के बीच तक पहुंच गया है और घरों में घुसना शुरू कर दिया है। खादर क्षेत्र के ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल है। प्रशासनिक टीम लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संपर्क बनाए है।
ऐसे में जबकि पिछले करीब एक माह से गंगा का तटबंध टूटा हुआ है, जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है। गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि होने से खादर क्षेत्र के लोग पूरी तरह भयभीत हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर जिला प्रशासन ने खादर क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है। एसडीएम अखिलेश यादव ने तहसील विभाग की टीम गांव-गांव पहुंचकर लोगों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की अपील कर रही है। साथ ही लोगों को आगाह किया जा रहा है कि वे गंगा किनारे की ओर न जाए और न ही अपने मवेशियों को भी गंगा के किनारे पर न लेकर, ताकि किसी भी जन-धन हानि से बचा जा सके। ग्रामीणों से जंगलों और गांव के रास्तों पर जाने के लिए मना किया गया है।
NDRF और SDRF तैनात
एडीएम प्रशासन सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि हालात को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएससी फल्ड कंपनी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में तैनात की जा रही है। बिजनौर बैराज से सोमवार की रात्रि खादर क्षेत्र की ओर अधिकतम 3 लाख 88 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। यह जलस्तर इस वर्ष का सबसे अधिक है।