आगरा: नाबालिग बेटी से रेपकर उसे प्रेग्नेंट करने के आरोप में जेल गए विक्टिम के पिता को राहत मिल सकती है। मजिस्ट्रेट के समक्ष लिखे बयान में विक्टिम ने अपने पिता को क्लीन चिट देते हुए अपने प्रेमी राहुल के ऊपर प्रेम जाल में फंसाकर प्रेग्नेंट करने और फिर छोड़कर दिल्ली भाग जाने का आरोप लगाया है।
-बता दे, कि रेप विक्टिम 6 महीने से प्रेग्नेंट है।
क्या है मामला ?
-मामला आगरा के थाना शाहगंज के अंतर्गत ग्यासपुरा इलाके का है।
-विक्टिम के प्रेग्नेंट होने पर पंचायत में पिता पर बेटी के साथ रेपकर उसे प्रेग्नेंट करने के आरोप लगे थे।
-पंचायत में पिता और बेटे एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे थे जिससे तंग होकर विक्टिम के भाई ने फांसी लगाकर सुसाइड करने की कोशिश भी की थी।
-घटना की जानकारी शहरवासियों को होने के बाद महिला संगठनो ने खूब हंगामा किया था।
-पुलिस ने विक्टिम के बयान को आधार दिखा कर पिता को आईपीसी की धारा 376 और पास्को एक्ट में जेल भेज दिया था।
शादी का झांसा देकर यौन शोषण करता रहा राहुल
-इस मामले की सच्चाई उजागर करने के लिए क्वालिटी इन्स्टिटूशनल केयर एंड अल्टरनेटिव फॉर चिल्ड्रन (क्यूआईसीएसी) के पश्चिमी यूपी के रीजनल को-आर्डिनरेटर नरेश पारस ने यूपी राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. ज्योति सिंह से शिकायत की थी।
-3 अप्रैल को डॉ. ज्योति सिंह और नरेश पारस ने विक्टिम से पंचशील आश्रय गृह में बात की थी।
-विक्टिम ने बताया कि उसके पिता ने नहीं बल्कि उसके प्रेमी राहुल ने उसके साथ रेप किया था।
-विक्टिम ने आयोग के समक्ष बयान दिया कि उसकी बस्ती के पास रहने वाले राहुल से उसके एक साल से प्रेम संबंध थे।
-राहुल शादी का झांसा देकर लगातार उसके साथ यौन शोषण करता रहा, जिससे वह प्रेग्नेंट हो गई।
-वह 6 महीने से प्रेग्नेंट है।
-आयोग की सदस्य डॉ. ज्योति सिंह ने विक्टिम के बयान की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की थी।
-साथ ही इस केस के पुनः विवेचना के आदेश भी जारी किए थे।
पिता को दी क्लीन चिट प्रेमी पर लगाया आरोप
-4 अप्रैल को विक्टिम ने कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान दिए थे।
-विक्टिम ने बयान देकर अपने पिता को क्लीन चिट दी और प्रेमी राहुल पर रेपकर प्रेग्नेंट करने का आरोप लगाया।
-मजिस्ट्रेट ने पुलिस को नए सिरे से विवेचना करने और मामले को समझते हुए ढंग से कार्य करने की बात कही है।
विक्टिम का पिता निर्दोष है तो उसको रिहा कराया जाए
-विक्टिम के बयान के आधार पर केस की पुनः विवेचना करने और आरोपी को गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर नरेश पारस ने एसपी क्राइम, जिला प्रोबेशन अधिकारी और बाल कल्याण समिति को पत्र लिखा है।
-लेटर में लिखा है कि अभी तक विक्टिम की उम्र का निर्धारण नहीं कराया गया है।
-कहीं उसकी उम्र 15 साल तो कहीं 16 साल बताई जा रही है।
-लेटर में मांग की गई है कि विक्टिम की काउन्सलिंग कराई जाए और उसका उम्र निर्धारण कराया जाए।
-विक्टिम को कानपुर महिला आश्रय गृह, लखनऊ महिला आश्रय गृह या बरेली के शरणालय में भेजा जाए।
-जहां विक्टिम सुरक्षित वातावरण में रहकर बच्चे को जन्म दे सके और उसका उचित तरीके से इलाज कराया जाए।
-विक्टिम के बयान के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए और अगर विक्टिम का पिता निर्दोष हैं तो उसको रिहा कराया जाए।
विक्टिम के पिता को साजिशन फंसाया गया
- स्थानीय लोगों की मानें तो विक्टिम के पिता का ग्यासपुरा में करीब 40 लाख रुपए का मकान है, जिसपर कुछ लोगो की नजर है।
-विक्टिम के प्रेग्नेंट होने के बाद उन्हीं लोगो ने पिता को साजिशन फंसवाया है जिससे वो मकान कम दामो में हथिया सकें।
क्या कहना है पुलिस का
-विक्टिम के बयान बदलने पर तत्कालीन एसओ शाहगंज राजीव सिरोही उस समय लड़की के रिकॉर्डेड कबूलनामे के बाद पिता पर केस लिखने और कोर्ट में साक्ष्य प्रस्तुत करने की बात कह रहे थे।
-अभी तक उन्होंने कोई साक्ष्य कोर्ट को नही दिए हैं।
-एसपी सिटी सुशील धुले के अनुसार आदेश की प्रति आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
-जो भी आरोपी होगा उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।