Mirzapur News: प्रधानाध्यापिका के निलंबन पर छात्रों ने किया प्रदर्शन, ग्रामीणों ने भी किया विरोध

Mirzapur News: बच्चों व अभिभावकों ने शिक्षिका के कार्यो की प्रशंसा करते हुए कार्रवाई का विरोध जताया ।

Report :  Brijendra Dubey
Update:2022-09-04 08:14 IST

प्रधानाध्यापिका के निलंबन पर छात्रों ने किया प्रदर्शन (photo: social media )

Mirzapur News: कम्पोजिट विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के निलंबन पर छात्रों के साथ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन। प्रधानाध्यापिका के निलंबन को लेकर छात्र-छात्राओं में है जबरदस्त आक्रोश। छानबे विकासखंड के चड़ैचा ग्राम सभा में स्थित है कम्पोजिट विद्यालय, सोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है हंगामे का वीडियो ।

जिगना क्षेत्र कम्पोजिट विद्यालय चडैचा की प्रधानाध्यापिका दीपमाला के निलम्बन और सोमवार से स्कूल न आने की जानकारी होते ही स्कूल के छात्र रोते हुए दीपमाला को घेर लिए । प्रधानाध्यापिका को स्कूल से उनके घर जाने के लिए निकलने भी नहीं दे रहे थे । इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो वे भी पहुंच गए और प्रधानाध्यापिका के खिलाफ की गई कार्यवाही का विरोध करने लगे । बच्चों व अभिभावकों ने शिक्षिका के कार्यो की प्रशंसा करते हुए कार्रवाई का विरोध जताया । शनिवार की देर शाम तक बच्चों के जिद पर अड़े रहने की सूचना पर पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी राजेश श्रीवास्तव ने बच्चों व अभिभावकों को समझाया कि शिक्षिका यहीं रहेगी तब जाकर बच्चे माने और घर गए इसके बाद स्कूल मे ताला बंद हुआ ।

गौरतलब कि 27अगस्त को स्कूल में छुट्टी के बाद रसोइया को एक कक्ष में बंद कर सभी चले गए । इस मामला के प्रकाश मे आने पर बी एस ए ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराई थी जांच रिपोर्ट मे शिक्षकों की गुटबंदी सामने आने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापिका व एक सहायक शिक्षक को निलम्बित कर दिया है । उक्त आदेश की जानकारी बच्चों को शनिवार को दो बजे स्कूल बंद होते समय मिली तो वे शिक्षिका को लेकर रोने लगे और घेर कर धरना पर बैठ गए । 112 नम्बर पर फोन कर पुलिस बुलाई गई फिर भी बच्चे नही माने ।

निलंबित प्रधानाध्यापिका ने गंभीर आरोप लगाया

निलंबित प्रधानाध्यापिका ने गंभीर आरोप लगाया कि स्कूल का ही एक अध्यापक बच्चों के साथ उन्हें भी मानसिक रूप से टॉर्चर करते आया है, उसके द्वारा गंदे तरीके से न केवल हरकतें की जाती हैं बल्कि छोटी छोटी बच्चियों से अमर्यादित प्रश्न पूछे जाते हैं, इसी का विरोध करने पर मुझे साजिश कर फंसाया गया है ।

इस पूरे मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि कम अपोजिट ऑफ प्राइमरी विद्यालय को मर्ज करने के बाद दोनों के प्रधानाध्यापकों के बीच आपसी तालमेल के चलते खींचातानी बनी रहती थी 27 अगस्त को एक रसोइया को स्कूल के अंदर बंद किए जाने की घटना की जांच 3 सदस्ययी कमेटी के द्वारा की गई जिसमें यह पाया गया कि इनका दोष है । इस आधार पर इनके निलंबन की कार्रवाई कर दी गई, आज इनके द्वारा बच्चों और उनके अभिभावकों को बरगला कर छुट्टी के बाद इस तरीके का हंगामा खड़ा कर उसका वीडियो बनाकर वायरल किए जाने का मामला प्रकाश में आया है । इनकी यह हरकत एक कर्मचारी के सरकारी नियमावली के आचरण विरुद्ध है इसमें और आगे कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।

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