एटा: शनिवार को एटा जिले के अवागढ़ थाने को अचानक सैकड़ों ग्रामीणों ने घेर लिया। जब तक पुलिस कुछ समझ पाती, ग्रामीणों ने फायरिंग और पथराव शुरू कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने की लाइटें और जीप के शीशे तोड़ दिए। इस पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
क्या है मामला
- देर शाम अवागढ़ थाना पुलिस ने नगला बस्ती से चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
- चारों युवक एक इंजन चोरी के आरोप में पकड़े गए थे।
- आरोपियों में से एक को पुलिस द्वारा गोली मारने की अफवाह उड़ी।
- गोली मारने की खबर से भड़के ग्रामीणों ने थाने पर जमकर बवाल किया।
- थाने को घेरकर पथराव किया और साथ में पुलिस पर फायरिंग भी की।
- पुलिस ने भी बचाव के लिए जवाबी फायरिंग की।
अधिकारियों की लापरवाही पर हुआ बवाल
घटना में घायल हुए पुलिसकर्मियों का कहना है कि जब आरोपित को पुलिस द्वारा गोली मारने की अफवाह उड़ी, तभी बवाल का अंदेशा हो गया था। इसलिए उन्होंने पहले ही अधिकारियों से पी ए सी की मांग की थी, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। माना जा रहा है कि थाने की ओर से बार-बार पी ए सी की मांग की गई । पुलिस का मानना है कि अगर समय रहते पी ए सी पहुंच जाती, तो शायद इतना बड़ा बवाल नहीं होता। सूत्रों के अनुसार गंभीर रूप से घायल कुछ पुलिसकर्मियों को आगरा इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है।