मुरादाबाद: वर्षों से चले आ रहे बाबरी मस्जिद विवाद में बुधवार (6 दिसंबर) को एक तरफ जहां बाबरी मस्जिद कमेटी के आह्वान पर 'काला दिवस' मनाया जा रहा है तो वहीं, हिंदूवादी संगठन इसे 'शौर्य दिवस' के रूप में मना रहे हैं। इसी अवसर पर मुस्लिम लीग के तत्वाधान में बाबरी विध्वंस की 25वीं बरसी पर जिले के जामा मस्जिद चौराहे पर एक जलसे का आयोजन किया गया था, जिसमें मंच से कुछ विवादित बोल बोले गए।
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जामा मस्जिद चौराहे पर आयोजित जलसे में मुस्लिम लीग के फाउंडर मुस्तफा अली ने देश की संसद में बैठे सभी सांसदों और मंत्रियों को आतंकवादी बताया। मुस्तफा का कहना था, कि 'वहां बैठा हर व्यक्ति आतंकवादी है। संसद आतंकवादियों का अड्डा बन चुका है।'
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साथ यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह को भी उन्होंने आतंकवादी बताया। उल्लेखनीय है कि तीन साल पहले भी मुस्तफा इसी तरह के विवादित बयान देने के बाद सुर्ख़ियों में आये थे। तब उनके खिलाफ गंभीर धाराओं मुकदमा भी दर्ज हुआ था।