Muzaffarnagar: पीड़ित युवती से मिले भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद, सरकार पर साधा निशाना
Muzaffarnagar News: चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि देखिए यह उत्तर प्रदेश है यहां दावे तो बहुत हैं व सच्चाई क्या है वह आपके सामने है, मेरी परिवार एवं उस बिटिया से बात हुई और मैं उस बहादुर बिटिया की हिम्मत की दाज देता हूँ कि उसने इस अपमान के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में कुछ दिन पूर्व छेड़छाड़ का विरोध करने पर एक दलित युवती को कोल्हू की कढ़ाई में आरोपियों द्वारा फेंक दिया गया था। जिसके चलते युवती गंभीर रूप से झुलस गई थी जिसे इलाज के लिए मुजफ्फरनगर जनपद स्थित बेगराजपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां पीड़ित युवती का उपचार चल रहा है। आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद पीड़ित युवती से मिलने के लिए बेगराजपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए चंद्रशेखर आजाद ने यह मांग की कि सभी आरोपियों सहित लापरवाह क्षेत्रीय पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होनें कहा कि बहन बेटियों को न्याय दिलाने के लिए वह बिजनौर जनपद की नगीना लोकसभा सीट से इस बार का चुनाव लड़ेंगे।
प्रदेश में दहशत का माहौल
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि देखिए यह उत्तर प्रदेश है यहां दावे तो बहुत हैं व सच्चाई क्या है वह आपके सामने है, मेरी परिवार एवं उस बिटिया से बात हुई और मैं उस बहादुर बिटिया की हिम्मत की दाज देता हूँ कि उसने इस अपमान के खिलाफ लड़ाई लड़ी। अगर कोई और होता तो शायद कमजोर पड़ जाता व तीन-तीन दरिंदों के सामने उसने लड़ाई लड़ी और अपने सम्मान व आत्म सम्मान की लड़ाई लड़ी और खुद को बचाने का प्रयास किया। लेकिन उनके बाहुबल के सामने वह कमजोर नहीं पड़ी। उन्होंने उसे उठाकर कोल्हू में फेंक दिया, जब लोग इसको सुनेंगे तो उनमें डर और दहशत का माहौल बनेगा कि उत्तर प्रदेश में तमाम तरह की कानून व्यवस्था के बाद भी सच यह है की मुजफ्फरनगर का एक परिवार जो बेरोजगारी के कारण और उनके परिवार में पढ़े-लिखे बच्चे हैं वह अपना घर चलाने के लिए बागपत में कोल्हू पर जाता है।
बेटी ने आत्मसम्मान के लिए लड़ी लड़ाई
कोल्हू मालिक व तीन लोग उस बेटी को अकेला पाकर उस बेटी के साथ अन्याय करते हैं। वह बहादुर बेटी अपने आत्मसम्मान के लिए लड़ाई लड़ती है और जब वह उनके कब्जे में नहीं आती तो वह उसे उठाकर जलते कोल्हू में फेंक देते हैं। वह 60% से ज्यादा जल चुकी है लेकिन वह बहादुर बेटी है एवं वह न्याय चाहती है और वहां की पुलिस ने लापरवाही बरती और वहां के अधिकारी घोर भ्रष्टाचार में लिप्त है। आज मैं उस परिवार से मिलने आया हूं उनकों विश्वास दिलाने के लिए कि वह अकेले नहीं है एवं मैं यहां के डॉक्टरों से भी बात करूंगा व यहां के अधिकारियों से भी बात करूंगा।
उन्होनें कहा कि यह लापरवाही उत्तर प्रदेश में नहीं चलेगी। मेरी मांग यह है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारी जो पैसों के चक्कर में बहन-बेटियों के मान सम्मान का जो अपमान हो रहा है व जो अन्याय हो रहा है उसको दबाने का काम कर रहे हैं ना कि आरोपियों को सजा दिलाने का काम कर रहे हैं तो उन पर सख्त कार्रवाई हो। उस एसएचओ को सस्पेंड करके उसके खिलाफ मुकदमा लिखा जाए व उसको जेल भेजा जाए। तब उसको एहसास होगा कि किसी की बहन बेटियों का अपमान हो और आप लोग चुप बैठे या अपने निजी स्वार्थ में घटना को दबाने का काम करें यह सही नहीं है।