Muzaffarnagar News: शरीर पर गुदवाए 267 शहीदों के नाम, अनोखी हैं इस कावंडिए की देशभक्ति
Muzaffarnagar News: शिवभक्त कांवड़िए ने अपने शरीर पर जहां 267 शहीद फौजियों के नाम गुदवा रखे हैं तो वहीं इस देशभक्त कांवड़िए ने 51 तिरंगे के पिन भी अपने शरीर पर लगा रखे हैं।
Muzaffarnagar News: सावन माह के इस कांवड़ मेले में मंगलवार को 'एक कांवड़ शहीदों के नाम' लेकर भी एक शिवभक्त कावड़िया मुज़फ्फरनगर पहुंचा। जो अपने शरीर पर लोहे की बेड़िया पहनकर हरिद्वार हर की पौड़ी से पैदल चलकर शहीदों के नाम इस कावड़ को ला रहा है। इस शिवभक्त कांवड़िए ने अपने शरीर पर जहां 267 शहीद फौजियों के नाम गुदवा रखे हैं तो वहीं इस देशभक्त कांवड़िए ने 51 तिरंगे के पिन भी अपने शरीर पर लगा रखे हैं। जिसके चलते ये शिवभक्त कावड़िया जहां से गुजरता है वहीं पर इसे देखने के लिए लोगों का हुजूम लग जाता है।
शामली जनपद के भारसी गांव निवासी विजय हिंदुस्तानी हरिद्वार हर की पौड़ी से जल भरकर अपने गंतव्य पुरा महादेव की ओर जा रहा है। इस दौरान वह आज मुजफ्फरनगर जनपद में पहुंचे। शहीद भगत सिंह की तस्वीर लगाकर हाथों में तिरंगा झंडा लेकर अपने शरीर पर लोहे की बेड़िया पहनकर अपनी यह पैदल कावड़ यात्रा पूरी कर रहा है। इस युवक ने जहां अपने शरीर पर बॉर्डर पर शहीद हुए फौजी भाइयों के 267 नाम गुदवा रखे हैं तो वही 51 तिरंगा पिन भी इसने अपने शरीर पर लगा रखे। पैदल कांवड़ ला रहे इस भक्त विजय हिंदुस्तानी का कहना है कि आजादी के 70 साल हो चुके हैं लेकिन भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव को आज तक शहीद का दर्जा नहीं मिला है इसलिए उसने भगवान भोलेनाथ से मनोकामना मांगी है कि देश के इन शहीदों को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए।
शिवभक्त ने 25 जुलाई को हरिद्वार हर की पौड़ी से गंगाजल भरकर कावड़ उठाई थी जिसके चलते वह पैदल अपनी ये यात्रा पूरी कर 2 अगस्त को पुरा महादेव जाकर शिव शंकर को जलाभिषेक करेेंगे। युवक ने कहा कि आजादी के 70 साल हो चुके हैं। लेकिन भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव को शहीद का दर्जा नहीं दिया गया जबकि देश इन्हीं व्यक्तियों के कारण आजाद हुआ था और कहीं ना कहीं भगवान भोलेनाथ से मनोकामना मांगी है कि भगत सिंह, राजगुरु का सुखदेव को शहीद का दर्जा दिया जाए।