Nikay Chunav 2023: "हाउस टैक्स हाफ, वाटर टैक्स माफ" के नारे के साथ लड़ी आम आदमी पार्टी नगर निगम चुनाव में हुई धड़ाम
Meerut Nikay Chunav: दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ और एमसीडी चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाली आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के नगर निकायों में बुरी तरह असफल रही। मेरठ की ही बात करें तो आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा सकीं।
Meerut Nikay Chunav: दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ और एमसीडी चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाली आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के नगर निकायों में बुरी तरह असफल रही। मेरठ की ही बात करें तो आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा सकीं। यही नहीं वार्डों में आम आदमी पार्टी का एक भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत सका। हालांकि प्रदेश प्रभारी व सांसद संजय सिंह आम आदमी पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में रोड शो करने मेरठ भी आए थे। लेकिन, उनके रोड शो में उमड़ी भीड़ वोटों में तब्दील नहीं हो सकी।
ऐसा नहीं है कि मेरठ की तरह आम आदमी पार्टी को हर जगह असफलता ही हाथ आई है। कुछ एक जगहों पर जैसा कि बिजनौर, अलीगढ़, मुरादाबाद, अमरोहा और कौशांबी में आप प्रत्याशी जीतने में सफल भी रही है। मसलन, आप के युवा नेता फैसल वारसी बिजनौर स्योहारा नगर पालिका परिषद के चेयरमैन बने हैं। अलीगढ़ की खैर नगर पालिका परिषद में आप प्रत्याशी संजय शर्मा चेयरमैन का चुनाव जीते हैं। मुरादाबाद जनपद की पाकबडा नगर पंचायत से आप नेता मोहम्मद याकूब चेयरमैन पद का चुनाव जीते हैं। इसके साथ ही अमरोहा की जोया नगर पंचायत से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जुबैर अहमद चेयरमैन का चुनाव जीते हैं।
बता दें कि साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों में भी किस्मत आजमाई थी। लेकिन, इसे सफलता नहीं मिली थी। विधानसभा चुनाव के आंकड़ों पर गौर करें तो पार्टी को नोटा से भी कम वोट मिले थे। पार्टी प्रदेश की सभी 403 में से 377 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे सिर्फ 0.38 फीसदी वोट ही मिले थे। जबकि इसी चुनाव में 0.69 फीसदी लोगों ने नोटा चुना था।
उस चुनाव में आप के सिर्फ एक प्रत्याशी को 20,000 से अधिक वोट मिला था। बस्ती जिले की रुधौली विधानसभा सीट से प्रत्याशी रहे पुष्करादित्य सिंह को 24,367 वोट मिले थे। इसके अलावा खलीलाबाद सीट से आप के प्रत्याशी सुभाष चंद्र दूबे को 25,123 वोट मिले थे। दीगर है ये वो विधानसभा सीटें थीं, जहां खुद सीएम अरविंद केजरीवाल प्रचार करने गए थे। यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी के कई प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई थी।