आजम खान के बयान पर, अखिलेश ने साधी चुप्पी :उठे सवाल

सोशल मीडिया पर हड़कंप- आजम के बयान पर हो गया बवाल, पर अखिलेश के मुंह से नही निकला भी एक शब्द

Update: 2019-04-15 08:14 GMT

नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के रविवार को रामपुर में एक चुनावी सभा के दौरान कथित तौर पर जया प्रदा के बारे में की गई एक टिप्पणी को लेकर विवाद हो गया है।

खान ने कहा है, "रामपुरवासियों को जिन्हें समझने में 17 साल लगे, उन्हें मैंने 17 दिन में ही पहचान लिया था कि उनकी अंडरवियर का रंग खाकी है।“

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आजम खान के इस बयान का राष्ट्रीय महिला आयोग और सुषमा स्वराज समेत देश की तमाम वरिष्ठ महिला नेताओं ने विरोध किया है।

राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने आजम खान को नोटिस जारी करते हुए इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है।

इसके साथ ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।

जया प्रदा ने इस मामले पर टिप्पणी देते हुए कहा है, कि आजम खान की उम्मीदवारी रद्द होनी चाहिए, क्योंकि अगर वह चुनाव जीत जाते हैं तो इससे समाज में महिलाओं की स्थिति खराब होगी।

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इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी राजनेताओं से लेकर आम लोग आजम खान के बयान पर अखिलेश यादव की चुप्पी पर सवाल उठा रहे हैं।

वहीं, इस सबके बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर किसी तरह का बयान देने की जगह आजम खान के साथ हाथ मिलाते हुए ट्विटर पर तस्वीरें साझा की हैं।

जया प्रदा के बोल

जया प्रदा ने इस मामले पर अपनी बात रखते हुए कहा है, "उनके लिए ये कोई नई बात नहीं है। 2009 में मैं उन्हीं की पार्टी में प्रत्याशी थी। पार्टी में होते हुए भी अखिलेश ने मेरा समर्थन नहीं किया था, जब मेरे ऊपर इस तरह की टिप्पणी हुई थी। आजम खान साहब को आदत है। वो आदत से मजबूर हैं। अगर वो ऐसी टिप्पणी नहीं करते हैं तो वो एक नई बात होगी।“

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"लेकिन बात ये है, कि इनका स्तर कितना गिर गया है। वह लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मैं एक महिला हूं और जो टिप्पणी मेरे ऊपर की गई है, उसे मैं अपने मुंह से बोल भी नहीं सकती हूं। इस बार इन्होंने हद पार कर दी है। मेरी क्षमता खत्म हो गई है। अब मेरे लिए वो भाई नहीं है और कुछ भी नहीं हैं। मैंने ऐसी कौन सी बात कर दी है, कि वो इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। लेकिन उसके ऊपर एफ़आईआर भी हुई है, जिसका मतलब ये है कि ये मामला जनता तक पहुंचा है।

मैं चाहती हूं कि चुनाव से इसकी उम्मीदवारी रद्द करनी चाहिए। क्योंकि अगर ये व्यक्ति चुनाव जीत गया तो समाज में महिलाओं को स्थान भी नहीं मिलेगा।"

अखिलेश की चुप्पी

आजम खान की इस टिप्पणी के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके लिखा है, "मुलायम भाई - आप पितामह हैं समाजवादी पार्टी के। आपके सामने रामपुर में द्रौपदी का चीर हरण हो रहा हैं। आप भीष्म की तरह मौन साधने की गलती मत करिये।"

सोशल मीडिया से लेकर टीवी स्क्रीन पर छाए इस विवाद के दौरान अखिलेश यादव ने अपनी रामपुर रैली की तस्वीरें ट्विटर पर साझा की हैं।

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सोशल मीडिया यूजर्स ने इन्हीं तस्वीरों को जारी करने पर अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया है।

अखिलेश यादव ने आजम खान की महिलाओं के खिलाफ टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गर्व के साथ अपनी उपस्थिति को जाहिर किया है, जब ये बयान दोबारा दोहराया न जा सकने वाला बयान दिया गया है। अब राष्ट्रीय महिला आयोग और चुनाव आयोग से उम्मीद है। नेतृत्व से कोई उम्मीद नहीं है।"

जबकि, आजम खान ने ये बयान देने से इनकार किया है।

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