Smile Pinki Story: स्माइल पिंकी के चेहरे से छिनी मुस्कुराहट, रो-रोकर कर बता रही कहानी, जानिए क्या है उसकी परेशानी
Smile Pinki Story: पिंकी के मुताबिक स्कूल टीचरों का कहना है कि बोर्ड नहीं था, इसलिए अच्छा नंबर देकर पास किया जा सकता था। लेकिन स्कूल मालिक ने उसे जबरदस्ती फेल कर दिया है।
Mirzapur News: पूरी दुनिया में अपनी मासूम मुस्कान से चर्चित स्माइल पिंकी (Smile Pinki) 11वीं क्लास में फेल हो जाने की वजह से रो रही है। वो ठीक से खाना तक नहीं खा रही है। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। स्माइल पिंकी निजी स्कूल मालिक पर आरोप लगा रही है कि स्कूल मालिक आगे नहीं बढ़ने दे रहा है और उसे जबरन फेल कर दिया है। पिंकी के मुताबिक स्कूल टीचरों का कहना है कि बोर्ड नहीं था, इसलिए अच्छा नंबर देकर पास किया जा सकता था। लेकिन स्कूल मालिक ने उसे जबरदस्ती फेल कर दिया है।
पूरे विश्व में चर्चित है स्माइल पिंकी (Smile Pinki)
ऑस्कर विजेता फिल्म स्माइल पिंकी में कटे हुए होठों वाली एक छोटी सी बच्ची की मासूम मुस्कान पूरी दुनिया में चर्चित हुई थी। साल 2008 में पिंकी सोनकर पर डॉक्युमेंट्री फिल्म बनी थी, जिसका नाम था (Smile Pinki) स्माइल पिंकी। इस डॉक्युमेंट्री को साल 2009 में छोटे सब्जेक्ट पर बनने वाली बेस्ट डॉक्युमेंट्री का ऑस्कर अवॉर्ड (Oscar Awards)मिला था। इस कामयाबी से उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर अहरौरा इलाके के रामपुर ढबही गांव की रहने वाली पिंकी सोनकर की ज़िंदगी रातोंरात बदल गई थी। पूरी दुनिया में जनपद का नाम रोशन हुआ था। मगर, इतने सालों बाद स्माइल पिंकी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
स्माइल पिंकी (Smile Pinki) खूब बरसीं स्कूल मालिक पर
वायरल वीडियो में स्माइल पिंकी स्कूल मालिक पर तमाम आरोप लगा रही है। स्माइल पिंकी वीडियो में बता रही है कि ‘स्कूल मालिक ने जबरन 11वीं फेल कर दिया हैं। अब हम 12वीं में नहीं पढ़ पाएंगे, एक साल खराब होगा। स्कूल मालिक पता नहीं कौन सी दुश्मनी निभा रहा है। जबकि स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि इस साल बोर्ड नहीं है। फेल नहीं किया जा सकता है। अच्छा नंबर देकर पास भी किया जा सकता था।’ स्माइल पिंकी का कहना है कि हाई स्कूल में 62 फीसदी नंबर थे। हालांकि उन्होंने किसी अधिकारी से शिकायत नहीं की है।
दुनियाभर में खूब मिली थी शोहरत
कटे होंठ वाली बच्ची के जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म स्माइल पिंकी को वर्ष 2009 में ऑस्कर अवार्ड मिलने पर पिंकी ने खूब शोहरत पाई थी। पिंकी को 2013 में विंबल्डन टेनिस टूर्नामेंट में सर्बिया के नोवाक जोकोविच और ब्रिटेन के एंडी मरे (Andy Murray) के बीच खेले गए फाइनल मुकाबले के लिए सिक्का उछाल कर टॉस करने के लिए भी बुलाया गया था। इस मुकाम पर पहुंचने वाली पिंकी ने कभी सोचा नहीं था की स्कूल मालिक फेल कर परेशान करेंगे। एक समय था जब इस्माइल पिंकी को अवार्ड मिला था। तब जिला प्रशासन से लेकर कई समाजसेवी स्माइल पिंकी की मदद करने के लिए सामने आए थे। मगर अब सभी ने स्माइल पिंकी से मुंह मोड़ लिया है।