Bulandshahr News: भाजपा, सपा सरकारों ने दलितों-ब्राह्मणों का किया उत्पीड़न - सतीश चन्द्र मिश्रा
Bulandshahr News: बुलंदशहर में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद सतीश चन्द्र मिश्रा ने प्रबुद्ध सम्मेलन में कहा कि सपा व भाजपा दोनों की सरकारों में दलितों व ब्राहम्णों का जमकर शोषण किया गया।
Bulandshahr News: बुलंदशहर में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद सतीश चन्द्र मिश्रा ने प्रबुद्ध सम्मेलन में कहा कि सपा व भाजपा दोनों की सरकारों में दलितों व ब्राहम्णों का जमकर शोषण किया गया। किस तरह वर्तमान सरकार ने एनकाउंटर के नाम पर हत्याए कराई किसी से छुपी नहीं है। हाथरस , बिगरउँ, कानपुर, छिबरामऊ चर्चित काण्ड कैसे हुए किसी से छुपे नहीं है। तत्कालीन मुख्यमंत्री पर तो राजाराम पांडेय को हटाकर ब्राहम्मण समाज के व्यक्ति की बेइज्जती के कारण हार्ट अटैक आने से मौत होने की बात भी उन्होंने कही। ब्राहम्णों को रिझाने के लिये सतीश चंद्र मिश्रा ने भाजपा व सपा की जमकर आलोचना की।
कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि लूट, हत्या, बलात्कार, अपहरण, एनकाउंटर जैसे मुद्दों पर पूर्व सरकारों की जमकर आलोचना की और दवा किया कि बसपा सुप्रीमों ही सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की बात करती है और कानून का राज स्थापित करने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि 25वां सम्मेलन आज बुलंदशहर में हुआ है, जब तक यूपी के प्रत्येक जिले में सम्मेलन नही कर लेंगे ये प्रबुद्ध।सम्मेलन अनवरत जारी रहेंगे। प्रबुद्ध सम्मेलन में सतीश चन्द्र मिश्रा ने अनेक प्रबुद्धजनों से वार्ता कर समस्याओं को भी जाना। प्रबुद्ध सम्मेलन के दौरान सतीश चंद्र मिश्रा का पूर्व कैबिनेट मंत्री नकुल दुबे , पूर्व विधायक गजेंद्र सिंह, हाजी यूनुस, एमएलसी सुबोध पाराशर प्रवीण वशिष्ठ कमल राजन अजय शर्मा अरुण शर्मा ओम प्रकाश शर्मा अनिल शर्मा संजय भारद्वाज अरुण गॉड मनोज शर्मा गोपाल शर्मा रघुवीर भूषण आदि प्रबुद्ध जनों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।
भाजपा के किसान सम्मेलन से फर्क पड़ने वाला नहीं
बसपा सांसद व बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भाजपा किसान सम्मेलन करने जा रही है इससे किसानों पर कोई फर्क नही पड़ने वाला है। भाजपा जो तीनो कृषि बिल लायी है उसकी वजह से किसान खुद को उत्पीड़ित मान रहा है।
बसपा का जनता के अलावा किसी से गठबंधन नहीं
सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि बसपा 2022 में यूपी में होने वाले चुनावों में अकेले चुनाव लड़ेगी, बसपा का केवल जनता से गठबंधन है। बसपा का किसी भी राजनीतिक दल से न अंदरूनी गठबंधन है और न ही बाहरी गठबंधन है। गठबंधन का फैसला पूर्व मुख्यमंत्री बहन मायावती लेंगी, 22 दलों के गठबंधन से बसपा का कोई नाता नही है
प्रबुद्धवर्ग बड़े पैमाने पर अब बसपा के साथ
भाजपा व सपा सरकार में दलितों व ब्राहम्णों का इतना शोषण हुआ है कि इस बार बसपा की ब्राहम्णो ने जिस तरह 2007 में सरकार बनाने का काम किया था इस बार 2007 से भी अधिक ब्राहम्णों का समर्थन बसपा को मिला रहा है, प्रबुद्ध सम्मेलनों से प्रबुद्ध वर्ग बसपा से जुड़ रहा है।