Meerut News: जेल में बंद भाइयों को राखी बांधने पहुंची महिलाओं को कोरोना गाइडलाइन के चलते झेलनी पड़ी परेशानी

भाइयों को राखी बांधने पहुंची महिलाओं को कोरोना संक्रमण के चलते हुए सरकारी बदलावों के कारण काफी परेशानी झेलनी पड़ी।

Report :  Sushil Kumar
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-08-22 18:14 GMT

भाइयों को राखी बांधने मेरठ जेल पहुंची बहनों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट चेक करते जेल कर्मचारी

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में बंद रक्षाबंधन के मौके पर अपने भाइयों को राखी बांधने पहुंची महिलाओं को कोरोना संक्रमण के चलते हुए सरकारी बदलावों के कारण काफी परेशानी झेलनी पड़ी। सुबह से ही कतार में खड़ी इन महिलाओं में कई महिलाएं ऐसी थी जो कि को दूर-दराज इलाकों से आई थीं। जेल के बदलावों का पहले से पता नहीं होने के कारण कई महिलाओं ने सरकारी बदलावों पर गुस्सा जताते हुए हंगामा भी किया।

दरअसल, इस बार जेल प्रशासन ने शासन द्वारा कोरोना गाइडलाइन का सख्ती के साथ पालन कराया गया। जिला जेल पर पहुंची कई महिलाएं जानकारी के अभाव में भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांध सकीं। सबसे ज्यादा परेशान दूसरे जिलों से आने वाली महिलाएं हुईं। जेलों में निरुद्ध भाइयों की कलाई पर राखी न बांध सकीं बहनों के आंखों में आसूं देखे गए। ऐसी महिलाओं का कहना था कि उन्हें आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट मुलाकात से पहले प्रस्तुत करने की जानकारी नहीं थी।


हालांकि वरिष्ठ जेल अधीक्षक राकेश कुमार का कहना है कि सुबह से ही जेल के बाहर बहनों की कतार लगनी शुरू हो गई थीं। बंदियों को राखी बांधने के लिए जो महिलाएं आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर नहीं आई थीं। उनके द्वारा लाई गई मिठाई व राखी बंदियों तक पहुंचाई गई है। इस दौरान कॉविड नियमों का पूरा ध्यान रखा गया। आरटीपीसीआर रिपोर्ट के बाद ही बहन को जेल के भीतर प्रवेश दिया गया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक के अनुसार जेल प्रशासन की ओर से बेहतर व्यवस्था तैयार की गई, जिसके बाद बहनों की राखियों को जेल में मौजूद भाई तक पहले ही पहुंचा दिया गया। इसके बाद पांच गज की दूरी के बीच बहनों ने अपने भाइयों को रक्षाबंधन की बधाई दी और खुद की रक्षा और जेल से बाहर आकर अच्छे काम का संकल्प लिया।

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