लखनऊ। बसपा सुप्रीमों मायावती ने गुरुवार को कहा कि रोहित वेमुला मामले में अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो 22 जनवरी को लखनऊ में मोदी का भावुक होना राजनीतिक स्टंट माना जायेगा। माया ने कहा कि पीएम बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की हर जगह तारीफ कर रहे हैं लेकिन दलितों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रहीं हैं। मायावती ने मांग की है कि रोहित वेमुला को आत्महत्या के लिए विवश करने वालों पर कार्रवाई हो।
माया ने लगाए ये आरोप
* आरक्षण की समीक्षा पर सुमित्रा महाजन के बयान को जातिवादी सोच बताया है।
* अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मोदी के आंसू घड़ियाली माने जाएंगे।
* उन्होंने मांग की है कि रोहित मामले की न्यायिक जांच हो।
* माया ने आरोप लगाया है कि दोषियों को बचाने की जी जान से कोशिश की जा रही है।
बाबा साहब का भी किया जिक्र
* देश के कुछ मंदिरों में महिलाओं को आज भी नहीं जाने दिया जाता।
* पुरुष मठाधीश पूजा करने से रोक रहे हैं।
* महिलाओं के सम्मान के लिए ही बाबा साहब 'हिंदू कोड बिल' पास कराना चाहते थे।
* मनुवादी सोच के लोगों ने ऐसा नहीं होने दिया।
आरएसएस व वीके सिंह पर लगाए आरोप
माया ने कहा कि केन्द्रिय मंत्री वी के सिंह ने भी दलितों के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। दलितों पर अत्याचार पहले से ज्यादा बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब आरएसएस और भगवा संगठन कर रहे हैं। दलितों पर कांग्रेस और भाजपा की सोच एक जैसी ही है।
काशीराम को मिले भारत रत्न
मायावती ने मांग की है कि बसपा के संस्थापक कांशीराम को भारत रत्न मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा किसी दलित को सरकार या संगठन में मुख्य पद देकर दलितों को लुभा नहीं सकती। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी वस्तु का स्वाद नहीं बदला जा सकता, जहर कभी अवगुण नही छोड़ता है।