लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मामला गर्माता ही जा रहा है। तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास को हिरासत के बाद इस मामले ने और भी ज्यादा तूल पकड़ लिया है। आरोप है कि महंत परमहंस दास के स्वास्थ्य खराब होने के नाम पर पुलिस ने उन्हें अनशन स्थल से उठाकर एंबुलेंस में जबरन लाद लिया, और किसी अनजान स्थान के लिए चल पड़ी। मौके पर मौजूद लोगों ने जब इस बात का विरोध करना चाहा तब पुलिस ने उन्हें डांट कर चुप करा दिया।
बता दे कि परमहंस दास बीते कुछ दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या बुलाने और राम मंदिर के निर्माण की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे थे।
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औद्योगिक विकास मंत्री की अपील को ठुकराया
जानकारी के मुताबिक़ यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना महंत परमहंस से आज मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने परमहंस दास से आमरण अनशन खत्म का आग्रह किया लेकिन परमहंस दास ने उनकी बात को मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती। वे अनशन जारी रखेंगे। इसके बाद मंत्री वहां से वापस लौट गये।
सादी वर्दी में महंथ को उठाने पहुंची थी पुलिस
बताया जा रहा है कि सतीश महना जैसे ही अनशन स्थल से निकले। वहां पुलिस का जमा होना शुरू हो गया। कुछ देर के अंदर वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हो गया।
उसके बाद महंत परमहंस के बिगड़ते स्वास्थ्य का हवाला देकर पुलिस उन्हें एम्बुलेंस में ले आई। उसके बाद बिना किसी को बताया उन्हें लेकर किसी अनजान स्थान के लिए चली पड़ी। लोगों ने पुलिस को ऐसा कर्ण ऐसे रोकने की कोशिश भी कि लेकिन पुलिस ने उन्हें डांटकर भगा दिया।
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