UP Pollution Update: यूपी में फिर घुलने लगी 'जहरीली हवा'! यहां देखें आपके जिले में कितनी खराब है वायु गुणवत्ता

Pollution in UP : मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के लोगों को अभी प्रदूषण से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। सांस के रोगियों की परेशानी बढ़ सकती है।

Written By :  aman
Update: 2022-11-16 00:46 GMT

प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)

Pollution in UP: दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की वायु गुणवत्ता भी खराब देखने को मिल रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के आंकड़ों की मानें तो बुधवार (16 नवंबर) को यूपी की वायु प्रदूषण गुणवत्ता खराब रहने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का कहना है कि, दिवाली के बाद से ही वायु गुणवत्ता गिरने लगी है। साथ ही, मौसम बदलने के कारण भी एयर क्वालिटी कमजोर हुई है। जानकार बताते हैं कि, सर्दियों के शुरू होते ही दिन के तापमान में गिरावट दर्ज होने के कारण हवा की गुणवत्ता में गिरावट आ जाती है।

घटती वायु गुणवत्ता बढ़ती सर्दी की ओर इशारा कर रहा है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में यूपी के विभिन्न शहरों में हवा की गुणवत्ता में और गिरावट दर्ज की जाएगी। जैसे-जैसे कोहरा घना होगा प्रदूषण का स्तर और बढ़ेगा। लखनऊ में मंगलवार शाम Air Quality Index (AQI) 212 दर्ज किया गया। इसका मतलब है कि, राजधानी लखनऊ की वायु गुणवत्ता खराब स्तर पर है। अनुमान लगाया जा रहा है कि बुधवार को लखनऊ की एयर क्वालिटी और खराब रहेगी। इसी तरह प्रदेश के अन्य जिलों का हाल आगे पढ़ें।

यूपी के इन जिलों में हवा की गुणवत्ता बेहद ख़राब

यूपी के जिन जिलों में हवा की गुणवत्ता ख़राब है उनमें प्रयागराज, बुलंदशहर, फैज़ाबाद, फतेहपुर, गाज़ियाबाद, गोरखपुर, हापुड़, जौनपुर, झांसी, लखनऊ, रामपुर, सहारनपुर, वाराणसी और संभल है। इन जिलों में बुधवार को भी एयर क्वालिटी ख़राब रहने का नौमान जताया जा रहा है। इनमें से गाजियाबाद, बुलंदशहर हापुड़, सहारनपुर आदि ऐसे जिले हैं जहां पंजाब और हरियाणा में जलाए गए पराली का धुआं प्रदूषण फैला रहा है। इसलिए इन जिलों में AQI आने वाले दिनों में और ख़राब होने की उम्मीद है। पंजाब में किसान हिदायतों के बाद भी पराली जला रहे हैं, इससे यूपी के पश्चिमी जिलों में हवा की गुणवत्ता ख़राब हुई है।

ऐसे जांचें एयर क्वालिटी

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, अगर 0 से 50 के बीच AQI है तो उसे 'अच्छा' माना जाता है। वहीं, जब ये 51 से 100 के बीच रहे तो उसे 'संतोषजनक' कहा जाता है। 101 से 200 के बीच AQI को 'मध्यम' और 201 से 300 के बीच AQI को 'खराब' माना जाता है। इसी तरह 301 से 400 को 'बहुत ख़राब' तथा 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है। यहां आपको बता दें कि, हवाओं की दिशा बदलने और तापमान के कम होने की वजह से भी प्रदूषण का स्तर बिगड़ने लगता है, जैसा इस वक़्त हो रहा है। फ़िलहाल, हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के पीछे पराली के धुंए सहित अन्य कारणों को बताया जा रहा है।

UP के चुनिंदा शहरों की AQI :

लखनऊ- 212

प्रयागराज- 141

बुलंदशहर- 128

फैज़ाबाद- 135

फतेहपुर- 102

गाजियाबाद- 143

हापुड़- 130

गोरखपुर- 116

मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के लोगों को अभी प्रदूषण से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। समय के साथ ठंड बढ़ने और उत्तर-पश्चिम दिशा से हवा चलने से पराली का धुआं वातावरण में घुलने की उम्मीद जताई जा रही है। एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता और ज्यादा बदतर रहेगी। 

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