पावर कार्पोरेशन ने निकाला बिजली चोरी रोकने का ये नया तरीका

प्रदेश में बिजली चोरी रोकने के लिए पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने एक नया तरीका निकाला है। कार्पोरेशन की प्रबंध निदेशक अपर्णा यू ने प्रदेश के सभी डिस्कामों के एमडी को निर्देश जारी किये है।

Update: 2019-06-20 17:04 GMT

लखनऊ: प्रदेश में बिजली चोरी रोकने के लिए पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने एक नया तरीका निकाला है। कार्पोरेशन की प्रबंध निदेशक अपर्णा यू ने प्रदेश के सभी डिस्कामों के एमडी को निर्देश जारी किये है। प्रदेश में होने वाली बड़ी विद्युत चोरी की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए संबधित अधिकारी बड़े उपभोक्ताओं के परिसर का प्रत्येक माह संयुक्त निरीक्षण करे।

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प्रबंध निदेशक ने अपने निर्देश में कहा है कि कोल्ड स्टोरेज जैसे बड़ें उपभोक्ताओं के यहां विद्युत चोरी के प्रकरण अभी भी संज्ञान में आ रहे है। इसे पूरी तरह से रोकना होेगा। इसके लिए सभी बड़े उपभोक्ताओं के कनेक्शनों की मौके पर जांच की जाये।

उन्होंने निर्देशित किया है कि 500 केवीए और इससे अधिक के विद्युत भार वाले उपभोक्ताओं के यहां मासिक निरीक्षण करने व रीडिंग लेने के लिए संबधित अधिशासी अभियंता (वितरण) और अधिशासी अभियंता (परीक्षण) संयुक्त रूप से उत्तरदायी होंगे।

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इसी तरह 100 केवीए से 499 केवीए तक के भार वाले उपभोक्ताओं का संयुक्त निरीक्षण उपखण्ड अधिकारी (वितरण) तथा सहायक अभियंता (मीटर) करेंगे। 51 केवीए से 99 केवीए तक के भार के लिए उपखण्ड अधिकारी (वितरण) स्वयं निरीक्षण करेंगे।

25 केवीए से 49 केवीए तक के विद्युत उपभोक्ताओं के यहां जांच सम्बन्धित अवर अभियंता (वितरण) करेंगे। शेष अन्य व 25 केवीए से नीचे के भार वाले सभी उपभोक्ताओं के विद्युत संयोजन का निरीक्षण मीटर रीडर द्वारा किया जायेगा।

सभी उत्तरदायी अधिकारी व कार्मिक अपनी निरीक्षण रिपोर्ट का विवरण भी भविष्य के लिए रिकार्ड में अवश्य रखेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्य में शिथिलता प्रदर्शित करने वाले उत्तरदायी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।

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