प्रमोद तिवारी का BJP पर वार, देवी-देवताओं को अपमानित करने का लगाया आरोप
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा है कि भाजपा देवी देवताओ को राजनीति के अखाडे मे लाकर निर्विवादित या अपमानित कतई न करें।
लखनऊ: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा है कि भाजपा देवी देवताओ को राजनीति के अखाडे मे लाकर निर्विवादित या अपमानित कतई न करें। तिवारी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उस हालिया बयान को पीड़ाजनक करार दिया है जिसमे भाजपा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्हे नर ही नहीं देवताओ के भी नेता करार दिया है। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष से उक्त बयान को वापस लेने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि देश के युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका द्वारा लगाये गए वीजा प्रतिबन्ध को हटाये जाने के लिए तुरंत कूटनीतिक स्तर पर प्रयास करना चाहिए।
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वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी को भी अपने नेता की जितनी भी प्रशंसा करना चाहे उसे करे। लेकिन इस प्रकार से की गई प्रशंसा से यह सीधे सीधे देवी देवताओ का अपमान है। भाजपा अध्यक्ष का बयान करोडो हिंदुओ की भावनाओ को आहत व दुखी करते हुए हमारी आस्था को भी चोट पहुंचाने वाला है। उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री भाजपा या इनके प्रशंसको के नेता तो हो सकते है लेकिन आराध्य देवी देवताओ के नेता कभी नहीं हो सकते। तिवारी ने भाजपा अध्यक्ष को सलाह दी है कि देवी देवताओ को आराधना स्थलो पर रहने दें।
वहीं उन्होने कहा कि भारत के संविधान मे हर किसी को अपनी श्रद्धा के अनुसार उपासना करने का अधिकार है तो ऐसे मे इस अधिकार को छीनते हुए किसी मानव को भगवान का नेता कदापि नही बनाया जाना चाहिये। उन्होंने नड्डा के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि यही भूल लंका मे रावण ने भी की थी, अपने अहंकार में खुद को भगवान से बड़ा मान लिया था उसका दुष्परिणाम सबको मालूम है। प्रमोद तिवारी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की निजी सज्जनता को देखते हुए उनसे अपने इस बयान को फौरन वापस लेने को कहा है।
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पूर्व राज्यसभा सांसद ने अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा एच-वन तथा एच-वन बी वीजा परमिट भारतीयों को नही मिलने के निर्णय को देश के नौजवानो के लिए सबसे नुकसानदायक ठहराया है। तिवारी ने कहा कि अमेरिकी फैसले से अमेरिका में महत्वपूर्ण पदांे पर सेवारत है या सेवा करने की इच्छा रखने वाले नौजवानो का भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने अमेरिका के दरवाजे बंद होने से भारत के युवा वैज्ञानिक या संचार क्षेत्र में अथवा उद्योग वाणिज्य के क्षेत्र में योगदान देने वाले भारतीय युवाओं का इस फैसले से बहुत बडा नुकसान भी होने की बात कही है।
तिवारी ने प्रधानमंत्री मोदी के अहमदाबाद मे नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम के जरिए पचहत्तर लाख से भी ज्यादा लोगों से अमेरिका के राष्ट्रपति का अभिनंदन कराकर उनकी तारीफ मे कसीदें पढ़ने और स्वागत मे प्रशंसा के गीत गाये जाने को लेकर भी कडा तंज कसते हुए कहा कि अमेरिका के प्रेसीडंेट ने प्रतिबंध का यह निर्णय लेकर रिटर्न गिफ्ट भी भारतीय प्रधानमंत्री को थमा दिया है।
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