Prayagraj News: प्राण प्रतिष्ठा को लेकर संगम तट पर लिया गया अनोखा संकल्प, सभी धर्म के लोग दे रहे हिस्सेदारी
Prayagraj News: मेला क्षेत्र के राम नाम बैंक शिविर में एक करोड़ से अधिक राम नाम लिखने का संकल्प लिया गया है। खास बात यह है इस संकल्प में सभी धर्म के लोग अपनी हिस्सेदारी दे रहे हैं।
Prayagraj News: राम जन्मभूमि अयोध्या सभी के लिए इन दोनों चर्चा का विषय बना हुआ है। 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन निर्धारित है। ऐसे में देशभर के लोग अपने तरीके से खुशी जाहिर कर रहे हैं। इसी कड़ी में संगम नगरी प्रयागराज के संगम तट पर देश के सबसे बड़े धार्मिक मेले में अनोखी तस्वीर सामने आई है। मेला क्षेत्र के राम नाम बैंक शिविर में एक करोड़ से अधिक राम नाम लिखने का संकल्प लिया गया है।
खास बात यह है मकर संक्रांति से शुरू हुए इस संकल्प में सभी धर्म के लोग अपनी हिस्सेदारी या कहे की योगदान दे रहे हैं। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी समुदाय के लोग एक जगह बैठ कर राम नाम का नाम लिख रहे हैं। राम नाम बैंक शिविर की बात करें तो हजारों की संख्या में खाता धारक हैं। देश के साथ-साथ विदेश में भी राम नाम बैंक के खाताधारक डिजिटल तरीके से राम नाम लिख रहे हैं।
एक करोड़ एक लाख बार राम नाम लिखने का संकल्प
राम नाम बैंक के संस्थापक आशुतोष वार्ष्णेय का कहना है कि 15 से 22 जनवरी तक एक करोड़ एक लाख बार राम नाम लिखने का संकल्प लिया गया है। जिसमें अब तक 84 लाख बार राम नाम का नाम लिखा जा चुका है। प्रथम चरण 84 लाख का है क्योंकि हिंदू मान्यताओं के अनुसार 84 लाख योनियों के बाद ही दुर्लभ मानव जीवन जन्म मिलता है। राम नाम की किताबों के साथ-साथ डिजिटल तरीके से इस संकल्प को पूरा किया जा रहा है। लोग कुरियर के माध्यम से भी राम नाम खाताधारक अपनी लिखी पुस्तक भेज रहे है ।
उधर न्यूयॉर्क से आई सोनल सिंह का कहना है कि वह अब तक तकरीबन 12 हजार बार राम नाम का नाम लिख चुकी हैं और कोशिश है कि उनका भी योगदान इस संकल्प में अधिक हो। सोनल सिंह बताती हैं कि न्यूयॉर्क में भी राम जी का काफी महत्व है। भारतीय मूल के साथ-साथ विदेशी मूल के लोग भी राम जी को आदर्श मानते हैं। उधर प्रयागराज के ही रहने वाले सरकार अली भी राम नाम का नाम लिख रहे हैं।
सरकार अली का कहना है कि उनको राम नाम लिखने से कोई दिक्कत नहीं है परिवार के साथ-साथ सभी लोग उनको सपोर्ट करते हैं साथ ही राम जी का व्यक्तित्व किसी धर्म विशेष के लिए नहीं है वह सभी के लिए आदर्श है। गौरतलब है कि तीन दशक के बाद राम लला की मूर्ति अयोध्या में दोबारा स्थापित हो रही है। ऐसे में हर तरफ खुशी का माहौल है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का दिन निर्धारित है ऐसे में देश के हजारों की संख्या में प्रतिष्ठित लोगों को निमंत्रण भी दिया गया है। बहरहाल जो लोग अयोध्या नहीं जा रहे हैं वह अपने जिले में ही अपने तरीके से इस पल को खुशी से मनाने के लिए जुटे हुए हैं।