Atiq-Ashraf Murder Case: माफिया अतीक-अशरफ के हत्यारों की आज कोर्ट में पेशी, तीनों प्रतापगढ़ जेल में हैं बंद
Atiq-Ashraf Murder Case: तीनों हमलावर फिर प्रतापगढ़ की जेल में बंद हैं। सुरक्षा कारणों से इन्हें सदेह पेश करने की बजाय वर्चुअली पेश करने का निर्णय लिया गया है।
Atiq-Ashraf Murder Case: कुख्यात माफिया और बाहुबली राजनेता अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ का सरेआम कत्ल करने वाले हत्यारों की आज कोर्ट में पेशी होगी। तीनों हत्यारे लवलेश तिवारी, मोहित उर्फ सनी और अरूण मौर्य को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में पेश किया जाएगा। तीनों हमलावर फिर प्रतापगढ़ की जेल में बंद हैं। सुरक्षा कारणों से इन्हें सदेह पेश करने की बजाय वर्चुअली पेश करने का निर्णय लिया गया है।
29 अप्रैल को हुई पिछली सुनवाई में जस्टिस दिनेश कुमार गौतम की अदालत ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। शुक्रवार को उनकी ज्यूडिशियल कस्टडी खत्म हो रही है, लिहाजा उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया जा रहा है। माना जा रहा है कि प्रयागराज पुलिस कुछ और समय के लिए अदालत से इनकी रिमांड की मांग करेगी।
अभी तक नहीं हो पाया है खुलासा
जिस अतीक और उसके भाई अशरफ से पूरा पूर्वांचल खौफ खाता था, आखिर उन्हें तीन मामूली बदमाशों ने कैसे मौत के घाट उतार दिया, इसको लेकर कई सवाल हैं। पुलिस पूछताछ में तीनों हमलावरों ने अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है, जिससे किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके। हमलावरों ने बताया कि वे अतीक और उसके भाई को मारकर जरायम की दुनिया में लॉरेंस बिश्नोई सरीखे कुख्यात गैंगस्टर की तरह फेमस होना चाहते थे। हालांकि, पुलिस को इस थ्योरी पर जरा भी भरोसा नहीं है।
अतीक के बेटे ने मारने की दी है धमकी
प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में बंद माफिया अतीक अहमद का दूसरा बड़ा बेटा अली ने अपने पिता और चाचा के हत्यारों से बदला लेने का ऐलान किया था। जब उसे इस बारे में बता चला था तब उसने हत्यारों को न छोड़ने की बात कही थी। इसी के बाद नैनी सेंट्रल जेल से तीनों हमलावरों लवलेश, सनी और अरूण को प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया, जहां वे कड़ी सुरक्षा में बंद हैं। प्रयागराज में अतीक के गुर्गे उनपर जानलेवा हमला कर सकते हैं, इसलिए तीनों को वीसी के माध्यम से ही कोर्ट के समक्ष पेश करने का निर्णय लिया गया है।
15 अप्रैल को हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
उमेश पाल मर्डर केस में आरोपित माफिया अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती और बरेली सेंट्रल जेल में बंद उसके भाई अशरफ को पूछताछ के लिए प्रयागराज लाया गया था। इस बीच 13 अप्रैल को झांसी में यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में अतीक के तीसरे बेटे और फरार अपराधी असद को मार गिराया था। दो दिन बाद 15 अप्रैल की रात अतीक और अशरफ को मेडिकल चेकअप के लिए प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में चेकअप के लिए ले जाया गया था।
जहां पहले से मीडियाकर्मी माफिया ब्रदर्स की बाइट के लिए उनका इंतजार कर रहे थे। इन मीडियाकर्मियों की भीड़ में तीन हमलवार भी छिपे थे। जिन्होंने मौका मिलते ही दोनों भाईयों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। मौके पर ही अतीक और अशरफ ने दम तोड़ दिया। फिर तीनों हमलावरों ने वहीं पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
हमलावरों में शामिल लवलेश तिवारी बांदा से, सनी सिंह हमीरपुर से और अरूण मौर्य कासगंज से है। माफिया ब्रदर्स की हत्या में तुर्किये में बने जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था, जिसकी कीमत लाखों में है। ये पिस्टल भारत में प्रतिबंधित है और इसे तस्करी के जरिए लाया जाता है।