Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ममता अखिलेश की बैठक आज, मुलायम से धोखा खा चुकी है तृणमूल अध्यक्ष
Presidential Election 2022: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आज वार्ता होनी है।
Presidential Election 2022: देश में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव (President election) को लेकर यूपी में सबसे बड़े विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Samajwadi Party President Akhilesh Yadav) और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal cm Mamata Banerjee) की आज वार्ता होनी है पर एक दशक पहले जब देश में राष्ट्रपति का चुनाव हुआ था।
तब भी राष्ट्रपति के नाम को लेकर समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस काफी नजदीक आए थें पर तब अखिलेश यादव के पिता और तत्कालीन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) थें और मतदान के पहले ही उनके और ममता बनर्जी के बीच गहरी खाई पैदा हो गई थी।
2012 में ममता एपीजे कलाम के नाम पर अड़ गयी थी
2012 में जब राष्ट्रपति का चुनाव हुआ था तब तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी एपीजे कलाम के नाम पर अड़ गयी थी। उन्होंने तब कहा था कि मुलायम सिंह यादव से मुलाकात हो चुकी है और वह भी उनके नाम पर सहमत हैं। पर बाद में मुलायम सिंह यादव ने अपनी राय बदल दी थी। इस चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने यू टर्न मार दिया। ममता बनर्जी के लिए यह उनके राजनीतिक जीवन का सबसे बड़ा धोखा था। इस चुनाव में यूपीए के प्रणव मुखर्जी के खिलाफ एनडीए ने पीए संगमा को विपक्ष का उम्मीदवार बनाया था।
अब एक बार फिर 24 जुलाई को राष्ट्रपति रामनाथ कोबिद का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। वहीं इसे लेकर आज एक बार फिर विपक्षी दलों की एक बैठक दिल्ली में होने जा रही है जिसका नेतृत्व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं और आज उन्होंने इसके लिए मुलायम सिंह यादव के बेटे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को बुलाया है।
ममता बनर्जी 18 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए विपक्षी दलों को एक करने का काम कर रही हैं। इससे पहले वह एनसीपी नेता शरद पवार से भी मिल चुकी हैं। बुधवार को होने वाली बैठक में मल्किार्जुन खड़गे जयराम नरेश और रणदीप सुरजेवाला बैठक में शामिल होगें। इसमें आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी भी शामिल होगें। इसके अलावा सीपीआई और सीपीएम भी शामिल होगें।