लखनऊः विधानसभा घेरने जा रहे यूपी के 32 हजार लेखपालों पर पुलिस ने जमकर लाठियां चलाई हैं। मंगलवार को लेखपाल हड़ताल पर हैं। लेखपाल अपनी मांगों को लेकर विधानसभा घेरने जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान उनसे नोकझोक हुई इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे भगदड़ मच गई। फिलहाल लेखपालों को हटा दिया गया है।
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मेट्रो के काम की वजह से डायवर्जन के इस दौर में लखनऊ के लोग जहां-तहां जाम का सामना कर ही रहे हैं। उस पर आज उन्हें और भीषण जाम का सामना करना पड़ रहा है। लेखपालों के आंदोलन की वजह से जाम की स्थिति बनी है। लेखपालों ने मंगलवार को विधानभवन घेरने का ऐलान किया था।
क्या है लेखपालों का ऐलान?
बता दें कि लेखपाल अपनी मांगों को लेकर 23 अगस्त से अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। उन्होंने आज विधानसभा घेराव का फैसला किया है। यूपी लेखपाल संघ के मुताबिक पूरे प्रदेश से 29 हजार लेखपाल राजधानी पहुंच रहे हैं। ये सभी विधानभवन की ओर कूच करेंगे। लेखपालों की वैसे तो तमाम मांगें हैं, लेकिन उनकी दो मुख्य मांगों में 2005 से पहले की वेतन विसंगति दूर कर पेंशन विनियमित करना और 2005 के बाद भर्ती लेखपालों को भी पेंशन के दायरे में लाना शामिल हैं।
राज्य निगम कर्मचारी विरोध दिवस मनाएंगे
लेखपालों ने विधानभवन घेरने का ऐलान किया है। वहीं, राज्य निगम कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर विरोध दिवस मनाने जा रहे हैं। वे मुख्यालय और कार्यस्थलों पर 12 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना देंगे। उधर, बीते दिनों से आंदोलन कर रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी 2 सितंबर से कामबंद हड़ताल की तैयारी कर रही हैं। उनका कहना है कि जो आश्वासन बीते दिनों सरकार ने दिया था, उसे पूरा नहीं किया गया।