Chandauli News: तेंदुआ या लकड़बग्घा सस्पेंस बरकरार, सरेशाम दो लोगों पर ऐसा जानलेवा हमला
तेंदुए के हमले में दो लोग घायल, जिला संयुक्त अस्पताल में चल रहा इलाज
Chandauli News: चकिया कोतवाली अंतर्गत दाऊदपुर गांव के समीप जंगल में तेंदुए के हमले से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं वहीं वन विभाग ने तेंदुए के हमलों को खारिज करते हुए कहा है कि तेंदुए जैसे दिखाई देने वाले लकड़बग्घा ने हमला किया होगा।
चकिया के दाउदपुर गांव में शुक्रवार की शाम तेंदुए ने एक महिला सहित दो लोगों को हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया। ग्रामीणों के सहयोग से घायलों को चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। जहां एक की हालत गंभीर रहने पर उसे ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया है।
आपको बता दें कि दाऊदपुर गांव निवासी वृद्ध सरयू बनवासी पुत्र शिवनाथ वनवासी 70 वर्ष गेहूं पिसाने के बाद घर जा रहे थे इसी बीच झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने अचानक बृद्ध के ऊपर हमला बोल दिया और एक हाथ की दो अंगुलियों को काटकर बुरी तरह जख्मी कर दिया। मगर बुढ़ापे में भी घायल हो चुके सरयू ने हिम्मत नहीं हारी और तेंदुआ का डटकर मुकाबला किया। अंततः जंगली जनवर को भगाने में सफल रहे। यहां से भागने के बाद तेंदुए ने जंगल में बकरी चरा रही कलावती देवी पत्नी प्रेम 50 वर्ष पर हमला बोला और उसके मुंह और हाथ को नोचकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। जानकारी होते ही ग्रामीण भारी संख्या में लाठी डंडा लेकर मौके पर पहुंच गए मगर तब तक तेंदुआ जंगल में भागकर छुप चुका था।
ग्रामीणों ने घायल सरयू तथा कलावती को इलाज हेतु चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाया जहां सरयू की हालत गंभीर रहने पर प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। जबकि कलावती का इलाज जिला संयुक्त चिकित्सालय में चल रहा है। इस सम्बंध में ग्रामीणों ने तेंदुए का हमला बताया जबकि वन विभाग तेंदुए के हमले से इंकार कर रहा है।
चकिया क्षेत्र के रेंजर बृजेश कुमार पांडे ने बताया कि तेंदुआ का हमला नहीं है लेकिन उसी जैसा लकड़बग्घा होता है लकड़बग्घे ने हमला किया होगा, इसकी जांच की जा रही है।