Gorakhpur : पूर्व विधायक जीएम सिंह भाजपा में शामिल, योगी के करीबी शीतल को करेंगे 'आऊट'?
Gorakhpur : पूर्व राज्यमंत्री जीएम सिंह ने रविवार को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
Gorakhpur : गोरखपुर के सहजनवा और महराजगंज के पनियरा विधानसभा सीट से विधायक रहे पूर्व राज्यमंत्री जीएम सिंह ने रविवार को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इसके पहले उन्होंने बसपा सुप्रीमो को इस्तीफा फैक्स कर दिया था। जीएस सिंह अब सहजनवा से विधायकी का चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी शीतल पांडेय का टिकट कटने को लेकर अटकले लगने लगी हैं।
शीतल पांडेय 'आऊट' होंगे?
सहजनवा से विधायक शीतल पांडेय के टिकट को लेकर संकट खड़ा हो गया है। पिछले दिनों शीतल पांडेय को बाढ़ पीड़ितों ने खदेड़ दिया था। सहजनवा से ही भाजपा के प्रदीप शुक्ला भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे।
पिछले दिनों गोरखनाथ थाने में जमीन विवाद में मुकदमा दर्ज हो गया था। वहीं जीएम सिंह पिछले कुछ महीनों से गोरखनाथ मंदिर का चक्कर लगा रहे थे। तभी से अटकले लगने लगी थी कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
पूर्वांचल में जीएम सिंह का सैथवार बिरादरी में खासा दखल है। 2002 में बसपा के टिकट पर सहजनवां विधान सभा क्षेत्र से विधायक चुने गये।
2006-07 में बसपा सुप्रीमो ने उन पर भरोसा जताया। दूसरी बार विधान सभा क्षेत्र से टिकट दे कर मैदान में उतारा था। लेकिन मामूली अंतर से वह निर्दलीय यशपाल रावत से चुनाव हार गये।
उस दौरान बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के नेतृत्व में प्रदेश में बसपा की सरकार बनी। उन्हें दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री पद ने नवाजा गया। 2012 के विधान सभा चुनाव में वह सहजनवा विधान सभा क्षेत्र छोड़कर महराजगंज के पनियरा चले गए। महराजगंज से बसपा के टिकट से चुनाव लड़ा।
दूसरी बार जनता के आशीर्वाद से विधायक बन गये। तब उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता ज्ञानेन्द्र सिंह को हराया था। चौथी बार 2017 विधान सभा चुनाव में मायावती ने अपना आस्था जताया और सहजनवा विधान सभा क्षेत्र से उन्हें टिकट मिला। लेकिन वह चुनाव हार गये। तबसे वह सक्रिय राजनीति से दूर रहे। बीते दिनों उन्होंने बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को फैक्स के माध्यम से अपना इस्तीफा भेज दिया था।