Jaunpur: जौनपुर के तीन विधान सभाओ में आमने-सामने सपा गठबंधन के प्रत्याशी गण, मनाने में जुटे नेतागण

Jaunpur: यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के नामांकन की प्रक्रिया बृहस्पतिवार को पूरी हो गई। अब केवल पर्चो की जांच और नाम वापसी 21 फरवरी को होनी है।

Newstrack :  Network
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2022-02-18 15:48 GMT

यूपी चुनाव 2022। 

Jaunpur: यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के नामांकन की प्रक्रिया बृहस्पतिवार को पूरी हो गई। अब केवल पर्चो की जांच और नाम वापसी 21 फरवरी को होनी है। जौनपुर की तीन सीटों पर एक ही पार्टी से दो-दो लोगों ने नामांकन कर दिया है। हम बात जौनपुर की जहां प्रत्याशियों के चयन को लेकर सपा गठबंधन में घमासान मचा हुआ है। इस घमासान में दो पूर्व मंत्रियों की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। हालांकि सब कुछ ठीक करने के लिए पार्टी हाईकमान तक के लोग लग गये हैं।

दबी जुबान से प्रत्याशियों के नाम बता रहे हैं, लेकिन, पार्टी के अंतिम फैसले का इंतजार कर रहे हैं। सपा से साल 2002 और 2007 में शाहगंज और 2012 और 2017 में मछलीशहर से लगातार विधायक और पूर्व राज्यमंत्री जगदीश सोनकर(Jagdish Sonkar) के नामांकन के ठीक पहले टिकट पार्टी हाईकमान ने काट दिया। उनके स्थान पर अजगरा के पूर्व विधायक कैलाश सोनकर की बेटी और वाराणसी निवासी डॉ. रागिनी सोनकर को प्रत्याशी घोषित किया।

इनके मिला सिंबल

वहीं, सदर सीट पर 1993 में विधायक रहे मोहम्मद अरशद खान को सिंबल दे दिया है। साथ ही एक और सिंबल पूर्व में तेज बहादुर मौर्य को भी पार्टी हाईकमान स्तर से दिया गया था।सिंबल के आधार पर दोनों नेताओं ने समाजवादी पार्टी के सिंबल लगाकर नामांकन किया है। साथ ही अपना-अपना टिकट तय बना रहे हैं। इसी तरह गठबंधन के तहत सपा ने जफराबाद सीट ओमप्रकाश राजभर की अगुवाई वाली सुभासपा को दे दिया है।

जहां से 1993 बयालसी (अब जफराबाद) से विधायक रहे व पूर्व मंत्री श्रीराम यादव को सिम्बल दे दिया गया था लेकिन ऐन वक्त पर 1996, 2002 और 2007 में लगातार विधायक रहे और पूर्व कैबिनेट मंत्री जगदीश नारायण राय को भी सिम्बल दे दिया गया।

ऐसे में पूर्व मंत्री श्रीराम यादव ने निर्दल नामांकन दाखिल कर दिया है। इतना ही नहीं मुंगराबादशाहपुर सीट(mungra badshahpur seat) से डॉ. पंकज पटेल और चंद दिनों पहले तक भाजपाई रहे दिलीप राय बलवानी सपा का सिम्बल लेकर वहां भी पेंच फंसा दिया।

मड़ियाहूं में लगातार 2004 के उपचुनाव और 2012 में चुनाव जीतने वाली श्रद्धा यादव का टिकट काटकर सपा ने साल 2017 में बसपा से मुंगराबादशाहपुर सीट से विधायक बनीं और पिछले साल सपा में आई सुषमा पटेल को टिकट दे दिया।

ऐसे में अब श्रद्धा यादव के समर्थक नाराज चल रहे हैं। हालांकि इस बाबत सपा के जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव का कहना है कि सभी अपने हैं, सभी को संतुष्ट किया जाएगा।  

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