PM Modi In Varanasi: विहंगम योग का 98वां वार्षिकोत्सव, पीएम मोदी कर रहे संबोधित
PM Modi In Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विहंगम योग के 98वें वार्षिकोत्सव को भी संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज गीता जयंती का पुण्य अवसर है। आज के ही दिन कुरुक्षेत्र की युद्ध की भूमि में जब सेनाएँ आमने सामने थीं, मानवता को योग, आध्यात्म और परमार्थ का परम ज्ञान मिला था।
PM Modi In Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय काशी दौरे पर हैं। सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद आज पीएम ने स्वर्वेद मंदिर का दौरा किया और सदाफलदेव की प्रतिमा पर पुष्प भी अर्पित किए। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पूरे महामंदिर धाम को देखा और पुजारियों से मंदिर की खासियतों के बारे में जाना। इसके साथ ही पीएम विहंगम योग के 98वें वार्षिकोत्सव को भी संबोधित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि काशी की ऊर्जा अक्षुण्ण तो है ही, ये नित नया विस्तार भी लेती रहती है। आज गीता जयंती का पुण्य अवसर है। आज के ही दिन कुरुक्षेत्र की युद्ध की भूमि में जब सेनाएँ आमने सामने थीं, मानवता को योग, आध्यात्म और परमार्थ का परम ज्ञान मिला था। इस अवसर पर भगवान कृष्ण के चरणों में नमन करते हुए आप सभी को, सभी देशवासियों को गीता जयंती की हार्दिक बधाई देता हूँ।
सद्गुरु सदाफल देव को किया नमन
मोदी सदगुरु सदाफलदेव के विहंगम संस्थान में सदगुरु की 98 वीं जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। कल काशी ने भव्य 'विश्वनाथ धाम' को महादेव के चरणों में अर्पित किया। मोदी ने कहा मैं सद्गुरु सदाफल देव जी को नमन करता हूँ, उनकी आध्यात्मिक उपस्थिति को प्रणाम करता हूँ। मैं स्वतंत्रदेव जी महाराज और विज्ञानदेव जी महाराज का भी आभार व्यक्त करता हूँ जो इस परंपरा को जीवंत बनाए हुए हैं, नया विस्तार दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा हमारा देश इतना अद्भुत है कि, यहाँ जब भी समय विपरीत होता है, कोई न कोई संत-विभूति, समय की धारा को मोड़ने के लिए अवतरित हो जाती है। ये भारत ही है जिसकी आज़ादी के सबसे बड़े नायक को दुनिया महात्मा बुलाती है।
गौदोलिया का सुंदरीकरण देखने योग्य
वाराणसी के सांसद मोदी ने कहा बनारस जैसे शहरों ने मुश्किल से मुश्किल समय में भी भारत की पहचान के, कला के, उद्यमिता के बीजों को सहेजकर रखा है। जहां बीज होता है, वृक्ष वहीं से विस्तार लेना शुरू करता है। और इसीलिए, आज जब हम बनारस के विकास की बात करते हैं, तो इससे पूरे भारत के विकास का रोडमैप भी बनता है।
नरेंद्र मोदी ने कहा गौदोलिया में जो सुंदरीकरण का काम हुआ है, देखने योग्य बना है। वहां कितने ही लोगों से मेरी बातचीत हुई। मैंने मडुवाडीह में बनारस रेलवे स्टेशन भी देखा। इस स्टेशन का भी अब कायाकल्प हो चुका है। पुरातन को समेटे हुए नवीनता को धारण करना, बनारस देश को नई दिशा दे रहा है। उन्होंने कहा मैं जब काशी आता हूं या दिल्ली में भी रहता हूं तो प्रयास रहता है कि बनारस में हो रहे विकास कार्यों को गति देता रहूं। कल रात 12 बजे के बाद जैसे ही मुझे अवसर मिला, मैं फिर निकल पड़ा था अपनी काशी में जो काम चल रहे हैं, जो काम किया गया है, उनको देखने के लिए।
पीएम मोदी ने कहा स्वाधीनता संग्राम के समय सद्गुरु ने हमें मंत्र दिया था- स्वदेशी का। आज उसी भाव में देश ने अब 'आत्मनिर्भर भारत मिशन' शुरू किया है। आज देश के स्थानीय व्यापार-रोजगार को, उत्पादों को ताकत दी जा रही है, लोकल को ग्लोबल बनाया जा रहा है।
गरीब बेटियों के स्किल डवलपमेंट की जिम्मेदारी उठाएं
कार्यक्रम में बोलते हुए मोदी ने कहा एक और संकल्प हो सकता है पानी बचाने को लेकर। हमें अपनी नदियों को, गंगा जी को, सभी जलस्रोतों को स्वच्छ रखना है। उन्होंने कहा जैसे एक संकल्प हो सकता है- हमें बेटी को पढ़ाना है, उसका स्किल डवलपमेंट भी करना है। अपने परिवार के साथ साथ जो लोग समाज में ज़िम्मेदारी उठा सकते हैं, वो एक दो गरीब बेटियों के स्किल डवलपमेंट की भी ज़िम्मेदारी उठाएँ।
मोदी ने कहा मैं आज आप सभी से कुछ संकल्प लेने का आग्रह करना चाहता हूं। ये संकल्प ऐसे होने चाहिए जिसमें सद्गुरु के संकल्पों की सिद्धि होऔर जिसमें देश के मनोरथ भी शामिल हों। ये ऐसे संकल्प हो सकते हैं जिन्हें अगले दो साल में गति दी जाए, मिलकर पूरा किया जाए।
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