सोने के घड़ों पर रखा शिव मंदिर, तांत्रिक विधि से हुई स्थापना, मीलों दूर से आते हैं भक्त

काशी नरेश से नजदीकी के कारण तांत्रिक विधि से जग मोहनेश्वर मंदिर की स्थापना की गई। इसके गर्भ ग्रह में 7 सोने के घड़े रखे हैं, जिसकेे ऊपर पूरा मंदिर स्थापित है।

Update:2021-03-11 11:53 IST

रायबरेली: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर पूरे देश में शिव भक्तों की उत्सुकता और मंदिरो व् शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। उत्तर प्रदेश में भी भगवान शिव के दर्शन के लिए अलग अलग जिलों में छोटे बड़े शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है, जो तड़के सुबह 4 बजे से ही लम्बी लम्बी कतारों में लग गए। ऐसा ही नजारा रायबरेली के जग मोहनेशवर मंदिर में देखने को मिला।

रायबरेली में जग मोहनेश्वर मंदिर में भक्तों की लगी कतार

शिवरात्रि का महापर्व आज पूरे देश में मनाया जा रहा है। रायबरेली में भी शिवरात्रि बहुत ही धूमधाम से मनाई जा रही थी। शहर स्थित जग मोहनेश्वर मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए सुबह 4:00 बजे से ही कतारें लग गई। भगवान शिव के लिंग पर जलाभिषेक के लिए लोग अपनी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।

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शिवरात्रि में प्राचीन मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालु

Newstrack.com के संवाददाता नरेंद्र सिंह ने वहां पहुंचकर मंदिर का जायजा लिया। मंदिर के पुजारी मंटू शुक्ला ने बताया कि मंदिर बहुत पुराना है। बाबा जग मुनेश्वर न्यास ट्रस्ट के संरक्षक हरसेन्द्र सिंह के पूर्वज जग मुनेश्वर सिंह के द्वारा 1888 में इसकी स्थापना की गई थी। यहां पर शिवद्वार भी बनाए गए हैं।

तांत्रिक विधि से जग मोहनेश्वर मंदिर की स्थापना

काशी नरेश से नजदीकी के कारण उनकी सलाह पर तांत्रिक विधि से इस मंदिर की स्थापना की गई है। इसके गर्भ ग्रह में 7 सोने के घड़े रखे हैं और उसी के ऊपर पूरा मंदिर स्थापित है। तांत्रिक विधि से इसकी स्थापना करने की वजह से जो भी मंदिर में एक बार आता है उसकी मनोकामना पूरी होती है।

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गर्भ ग्रह में रखे हैं 7 सोने के घड़े, उसी पर पूरा मंदिर स्थापित

सुबह से ही श्रद्धालु भगवान शिव के लिंग पर जलाभिषेक करने के लिए आ रहे है। यहां पर कोई छोटा बड़ा नहीं है। राजा और रंक एक समान है सब लोग भगवान शिव का दर्शन कर रहे हैं। वही 56 भोग की मिठाई से भोग लगेगा और 3 कन्याओं का विवाह भी होगा और बारात भी निकाली जाएगी।

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नरेन्द्र सिंह, रायबरेली

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