Raebareli News: योगी जी! 6 महीने से भूखे हैं, फिर भी 6451 रसोइया रोज भर रहे छात्रों का पेट
Raebareli News: 6 महीने से मानदेय न मिलने से रसोईया खासी परेशान है, जबकि बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि जैसे बजट आ जाएगा खाते में पैसा भेज दिया जाएगा।
Raebareli News: रायबरेली जिले के 6451 रसोइया पिछले छह महीने से मानदेय का इंतजार कर रही हैं। 6 महीने से मानदेय न मिलने से रसोईया खासी परेशान है, जबकि बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि जैसे बजट आ जाएगा खाते में पैसा भेज दिया जाएगा।बेसिक शिक्षा विभाग में सरकारी स्कूलों में पका पकाया भोजन मिलता है और उसके लिए रसोइयों की नियुक्ति हुई है। जिसमें जनपद में 6451 रसोईया मीनू के अनुसार प्रतिदिन अलग-अलग प्रकार का भोजन बनाकर स्कूल के छात्र-छात्राओं को विधिवत बैठाकर भोजन कराती हैं।
यह सारी प्रक्रिया सुबह स्कूल खुलते ही शुरू हो जाती है। स्कूल के बंद होने तक बर्तनों को धो मांज कर सफाई करके रसोई घर बंद करने तक चलती रहती हैं। कठिनाई और मेहनत के काम के लिए प्रतिमाह 2000 रुपए के मानदेय की व्यवस्था है। मानदेय भी नियमित नहीं मिलता हैं।रायबरेली की यह स्थिति है कि अप्रैल माह से लेकर सितंबर माह बीतने को है। विगत 6 माह से मात्र अप्रैल का आधा मानदेय 1000 रुपया ही मिल सका हैं।
यह अनोखी बात है कि अप्रैल की तनख्वाह आधी मिली है। बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह और जिम्मेदार जिला समन्वयक विनय तिवारी द्वारा केंद्र और राज्य के बजट की कहानी सुना कर बताया गया कि केंद्र का बजट आया है लेकिन राज्य का बजट नहीं आया है। विभागीय अधिकारियों ने रसोइयों को अप्रैल माह का आधा मानदेय 1000 रुपया देकर इंतजार करने की बात कही हैं।बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है की बजट नहीं है बजट के लिए लिखा जा चुका है जैसे बजट आएगा रसोइयों के खाते में पैसा भेज दिया जाएगा। अक्टूबर माह में नवरात्रि और त्यौहारों की भरमार है। ऐसे में पिछले 6 माह से रोज खाना बनाने वाली रसोइया अपने वेतन बनने की खबर पर टकटकी लगाए हुए हैं।