Siddharthnagar News: विविधता में एकता भारतीय संस्कृति की पहचान, पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह बोले
Siddharthnagar News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर सेवा पखवाड़ा सप्ताह कार्यक्रम अन्तर्गत विविधता में एकता एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
Siddharthnagar News: सोमवार को दोपहर में डुमरियागंज नगर पंचायत सभागार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर सेवा पखवाड़ा सप्ताह कार्यक्रम अन्तर्गत विविधता में एकता एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरम्भ मुख्य अतिथि पूर्व जिलाध्यक्ष व मण्डल प्रभारी रामकुमार कुंवर व विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर श्रद्धा पुष्प अर्पित करने के उपरांत हुई। कार्यक्रम में पंजाब, बंगाल, बिहार आदि सहित अन्य राज्यों के लोगों को अतिथि के रूप में आमंत्रित कर उनके रहन सहन, भाषा, भेषभूसा, संस्कृति व खानपान के बारे में चर्चा कर उनके साथ फलाहार किया गया।
इस दौरान पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया की भारत एक रंगीन देश है जहाँ लोग विभिन्न धर्मों में विश्वास करते हैं, विभिन्न परंपराओं, संस्कृति, अपने व्यक्तिगत विश्वास और जीवन शैली का पालन करते हैं फिर भी वे एक दूसरे के त्योहार इकट्ठे मनाते हैं। जहाँ गणेश चतुर्थी को पश्चिम भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है वहीं दिवाली, होली उत्तर भारत के मुख्य आकर्षण हैं। नवरात्र गुजरात का दिल है तो जन्माष्टमी उत्तर प्रदेश की आत्मा है। इन कारणों की ही वजह से विदेशी पर्यटक भारत की ओर आकर्षित होते हैं और विशेष रूप से होली, दिवाली, ईद, क्रिसमस, लोहड़ी आदि के दौरान भारत की यात्रा करते हैं। भारत में सबसे पुरानी सभ्यता और संस्कृति है और इनमें से कुछ तो आज भी प्रचलित हैं। हालांकि भारत में विविध और मिश्रित संस्कृतियों की कोई कमी नहीं है फिर भी यह प्रसिद्ध नारा 'विविधता में एकता' का प्रतीक है।
पूर्व जिलाध्यक्ष व मण्डल प्रभारी रामकुमार कुंवर ने बताया कि भारत विविधता में एकता के प्रतीक की भूमि है। भारतीय संस्कृति जातियों, धर्मों, रीति-रिवाजों और भाषाओं की बहुलता का भंडार है। इस प्रकार भारत दुनिया में अद्वितीय है। भारत दुनिया के लगभग सभी धर्मों का घर है: हिंदू, जैन, बौद्ध, इस्लाम, सिख और ईसाई धर्म जिनके अनुयायी जन्म, शादी, मृत्यु इत्यादि से संबंधित जीवन शैली, प्रथाओं और संस्कारों में मतभेद होने के बावजूद शांतिपूर्ण तरीके से एक साथ रहते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता मण्डल अध्यक्ष अमरेंद्र त्रिपाठी, संचलन रमेश सोनी ने किया। इस दौरान अधिशाषी अधिकारी अजय पाण्डेय, मधुसूदन अग्रहरि, लवकुश ओझा, अशोक अग्रहरि, राजीव अग्रहरि, गौरव मिश्रा, धर्मेंद्र अग्रहरि, मनोज निषाद आदि सहित भारी संख्या में लोग रहें उपस्थित।