Railways News: वाराणसी समेत पूर्वोत्तर रेलवे के 14 स्टेशनों पर पूछताछ केंद्र निजी कंपनियों के हाथ
Railways News: वाराणसी सहित पूर्वोत्तर रेलवे के 14 स्टेशनों पर पूछताछ केंद्र (Inquiry Center) की व्यवस्था अब निजी कंपनियों को सौंप दी गई है।
Railway News: भारतीय रेलवे (Indian Railways) में निजीकरण (Privatization) की रफ्तार तेज होने लगी है। तेजस ट्रेन के बाद अब स्टेशनों की व्यवस्था भी निजी कंपनियों के हाथों में सौंपी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र जनपद वाराणसी में इसकी बानगी देखने को मिल रही है।
दरअसल, वाराणसी सहित पूर्वोत्तर रेलवे के 14 स्टेशनों पर पूछताछ केंद्र (Inquiry Center) की व्यवस्था अब निजी कंपनियों को सौंप दी गई है। इससे अब ये माना जा रहा है कि कुछ अन्य स्टेशनों पर व्यवस्थाएं लागू भी की जा सकती हैं।
कर्मचारियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
जानकारी के मुताबिक, बिहार की राजधानी पटना (Patna) की वेब टेक इंटरनेशनल कंपनी (Web Tech International Company) को स्टेशनों पर पूछताछ केंद्र का टेंडर दिया गया है। फिलहाल तीन साल के लिए कंपनी से करार हुआ है। कंपनी के प्रतिनिधियों की निगरानी रेलवे के सक्षम अधिकारी करेंगे। रेलवे स्टेशनों के पूछताछ केंद्रों पर नई व्यवस्था लागू करने से पहले निजी कंपनी के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। पूछताछ केंद्र पर ड्यूटी पहले जैसे 3 शिफ्टों में लगाई जाएगी। मंडुआडीह स्टेशन के प्रथम और द्वितीय प्रवेशद्वार के काउंटरों पर दो-दो कर्मचारी लगाए जाएंगे।
रेलवे ने कर्मचारियों की कमी बताया
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन (North Eastern Railway) ने दावा किया है कि रेलवे के इस कदम के पीछे कर्मचारियों की कमी बड़ी वजह है। रेलवे के मुताबिक, पीए (Public Address Systems) और पूछताछ केंद्र चलाने के लिए दूसरे विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती थी। यात्री सुविधाओं का ख्याल रखते हुए इस तरह के बदलाव की कवायद हुई है।
कोविड के चलते अधूरी रह गई थी प्रक्रिया
इस बाबत गत वर्ष 2019-2020 में टेंडर जारी किया गया था। जिसमें तीन कंपनियों ने रुचि दिखाई थी, लेकिन कोविड-19 (coronavirus) के चलते यह प्रक्रिया अधूरी रह गई थी। हालांकि, अब निजी एजेंसी का चुनाव करने के बाद टेंडर फाइनल कर दिया है।