Ayodhya Ram Navami: दो साल बाद भव्य राम नवमी, CM योगी ने भी दिया निर्देश, तैयारियां पूरी
Ayodhya Ram Navami 2022: दो साल से कोरोना की वजह से मेला नहीं कराया जा सका था। इस बार मेले को भव्य रूप देने का निर्देश सीएम योगी आदित्यनाथ भी दे चुके हैं।
Ayodhya Ram Navami 2022: रामनवमी मेले में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं का जत्था अयोध्या पहुंचने लगा है। 2 अप्रैल से शुरू हुए मेले में बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों से श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। प्रशासन के अनुसार इस बार 50 लाख से अधिक भक्त रामजन्मोत्सव का गवाह बनने आ रहे हैं। इसे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए गए हैं।
चैत्र रामनवमी मेले का मुख्य कार्यक्रम 10 अप्रैल को है। दो साल से कोरोना की वजह से मेला नहीं कराया जा सका था। इस बार मेले को भव्य रूप देने का निर्देश सीएम योगी आदित्यनाथ भी दे चुके हैं। साथ ही बढ़ती भीड़ को देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी तैयारियां पूरी कर ली हैं। ट्रस्ट ने पहले से ही रामलला के दर्शन की अवधि बढ़ा दी है। इधर, अयोध्या में श्रद्धालुओं के बढ़ने के बाद से मठ-मंदिरों, धर्मशालाओं व होटल में कमरे भर गए हैं, जो खाली भी हैं उनकी बुकिंग का दौर जारी है। इस बार अयोध्या बिल्कुल बदली लग रही है। हर तरफ नजारा राममय लग रहा है। अयोध्या कोतवाल देवेंद्र पांडेय ने बताया कि मेले और गोरखपुर की घटना को लेकर लगातार फ्लैग मार्च किया जा रहा है।
पुलिस , द्वारा अर्द्ध सैनिक बलों के साथ फ्लैग मार्च किया जा रहा है। इस दौरान एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय भी मौजूद थे। खास बात यह थी कि फ्लैग मार्च में कमांडो दस्ते भी शामिल रहे।उन्होंने बताया कि सभी मंदिरों और धर्मशालाओं के साथ होटलों और लाज की कड़ी निगरानी की जा रही है।
कनक भवन व जन्मभूमि से उल्लास का लाइव टेलीकास्ट दूरदर्शन पर होगा
अयोध्या में रामनवमी मेले को खास बनाने के लिए तरह-तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं। इसी के मद्देनजर रामनवमी के दिन कनक भवन व श्रीराम जन्मभूमि से उल्लास का सीधा प्रसारण दूरदर्शन व आकाशवाणी पर किया जायेगा। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने मेले को भव्य व गरिमामय के साथ सम्पन्न कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है।
उन्होंने बताया कि 9 अप्रैल को सुबह लगभग 3 बजे से श्रद्धालुओं द्वारा सरयू नदी में स्नान कर नागेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक किया जायेगा। घाट जोन व नागेश्वर जोन के अधिकारी निर्धारित समय से एक घंटे पूर्व ही अपने ड्यूटी स्थल पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। घाट जोन पर लगे मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारीगण यह सुनिश्चित करें कि बेरीकेटिंग के बाहर कोई श्रद्धालु स्नान न करें। जिन घाटों में पूर्व से स्नान होता रहा है वहीं पर स्नान होगा।