लखनऊ: भाई विजय बहुगुणा के बीजेपी में शामिल होने के बाद अब बहन रीता बहुगुणा के भी पाला बदलने के कयास लगाए जा रहे हैं। उत्तराखंड में हरीश रावत सरकार गिराने की कोशिशों में विजय का बड़ा हाथ था। तभी से कहा जा रहा है कि रीता के लिए लखनऊ का रास्ता देहरादून से होकर जाता है। राजधानी के कैंट विधानसभा क्षेत्र से विधायक रीता बहुगुणा जोशी के बीजेपी या एसपी में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
साख हुई कम
-उत्तराखंड में मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ विजय बहुगुणा ने बगावत की थी।
-तब रीता बहुगुणा को उत्तराखंड में डैमेज कंट्रोल के लिए नियुक्त किया गया था।
-लेकिन रीता हाई कमान की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरीं।
-उत्तराखंड एपिसोड के बाद पार्टी में रीता की साख गिरी।
-कयास है कि अब वह जल्द ही सपा में शामिल हो सकती हैं। बस, सपा मुखिया की हरी झंडी का इंतजार है।
पीके के बाद बदले हालात
-कांग्रेस में चुनाव रणनीतिकार पीके की दखलंदाजी से पार्टी के हालात बदल गए हैं।
-कई नेताओं की स्थिति भी बदली है, जिनमें रीता भी शामिल हैं।
-कांग्रेस में चर्चा है कि नेताओं के बजाय कमान अब पीके के हाथ में है।
-पीके पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं और उन्हें सीधे निर्देश दे रहे हैं।
बीजेपी का इनकार
-फिलहाल, बीजेपी ने रीता बहुगुणा के पार्टी में शामिल होने की किसी चर्चा से इनकार किया है।
-प्रदेश पार्टी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
-मौर्या ने कहा पार्टी चुनावी तैयारियों में लगी है।
रीता जोशी ने भी नकारा
-खुद रीता बहुगुणा जोशी ने भी किसी पार्टी में शामिल होने से इनकार किया है।
-रीता ने कहा कि मैं दो दशक से कांग्रेस की समर्पित वर्कर हूं, और पूरी निष्ठा से पार्टी की सेवा कर रही हूँ।