Bareilly News: ये हैं बरेली जिले की बड़ी खबरें, एक क्लिक में जानें
एनसीआरपी पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का समय रहते तत्काल संज्ञान लिया जाए।
Bareilly News: उत्तर प्रदेश में साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं के बीच बरेली रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रमित शर्मा ने जिलों के पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए हैं कि साइबर पुलिस पोर्टल यानी एनसीआरपी पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का समय रहते तत्काल संज्ञान लिया जाए। उन पर त्वरित प्रभावी कार्रवाई अमल में लाते हुए संबंधित उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाए। दरअसल, उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम राम कुमार के पत्र के अनुपालन में बरेली परिक्षेत्र के पुलिस मुखिया आईपीएस रमित शर्मा ने ये कड़े निर्देश बदायूं, शाहजहांपुर, बरेली और पीलीभीत जिलों के पुलिस कप्तानों को दिए हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम रामकुमार ने अपने पत्र में कहा है कि लगातार एनसीआरपी पोर्टल पर साइबर क्राइम संबंधी शिकायतों की बढ़ोतरी हो रही है। बावजूद जिम्मेदार अधिकारी और पुलिस कर्मियों की उदासीनता के चलते इन शिकायतों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण नहीं हो पा रहा है। इस सबके बीच पोर्टल पर बड़ी संख्या में शिकायतें लंबित चल रही हैं। आलम यह है कि शिकायती पत्रों की जांच के बाद भी एफआईआर दर्ज करने के नाम पर सुस्त चाल चला जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए आईजी बरेली रेंज रमित शर्मा ने एसएसपी बदायूं संकल्प शर्मा, एसएसपी बरेली रोहित सिंह सजवाण, शाहजहांपुर के पुलिस कप्तान एस आनंद और पीलीभीत जनपद के पुलिस अधीक्षक किरीट राठौड़ को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने जनपदों में एनसीआरपी पोर्टल से संबंधित शिकायतों का समय रहते निस्तारण कराया जाए।
आईजी रमित शर्मा ने जिलों के पुलिस कप्तानों को ये भी निर्देश दिए हैं कि अभी तक इन मामलों में की गई कार्रवाई या फिर ऐसे मामलों में हुई एफआईआर के बाबत सप्ताह भर के अंदर समीक्षा की जाये। इन सभी मामलों का निस्तारण मानक संचालन प्रक्रिया अर्थात एसओपी के अनुसार कराया जाए। जनपदों में गठित साइबर क्राइम सेल में तैनात पुलिसकर्मियों को निर्देशित करने को कहा गया है कि वे एनसीआरपी पोर्टल पर लॉग-इन करा कर सभी शिकायतों की समीक्षा करते हुए समय रहते निस्तारण सुनिश्चित करायें।
पुलिस महानिरीक्षक बरेली परिक्षेत्र बरेली रमित शर्मा ने जिलों के पुलिस कप्तानों से कड़ाई से कहा है कि इस बाबत अनुपालन कराते हुए समीक्षात्मक आख्या रेंज कार्यालय को जल्द भेजें। कुल मिलाकर, साइबर क्राइम के मामलों में पुलिस मुख्यालय में बैठे आला अधिकारियों ने भी संवेदनशीलता दिखाई है, जिसके परिप्रेक्ष्य में पहले से ही साइबर क्राइम के मामलों में सख्त रुख अपनाने वाले आईजी बरेली रेंज रमित शर्मा ने भी कड़े दिशा-निर्देश 4 जिलों के पुलिस कप्तानों को दिए हैं। उन्होंने कहा है कि साइबर क्राइम की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाएगा। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
घरों में घुसा बेकाबू ट्रक, कई घायल
Bareilly News: बरेली के हाफिजगंज थाना क्षेत्र में आज सुबह तड़के तेज रफ्तार बेकाबू ट्रक ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। इतना ही नहीं कई मकान भी ट्रक की चपेट में आ गए। करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दरअसल गुजरात से एक 10 टायरा ट्रक सोलर पैनल लेकर आ रहा था तभी नेशनल हाइवे 74 पर हाफिजगंज थाना क्षेत्र के गांव दुआवट के पास अचानक ट्रक बेकाबू हो गया। ट्रक इतनी तेज रफ्तार में था कि सड़क किनारे बने 2 मकानों को धरासाई कर दिया। इस बीच करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस बीच ग्रामीणों ने ट्रक चालक को भागकर पकड़ लिया। जिसके बाद मौके पर पहुची पुलिस ने ट्रक चालक को ट्रक समेत हिरासत में ले लिया है।
आकाशीय बिजली गिरने से बालक झुलसा
Bareilly News: रिठौरा में दोपहर दो बजे के वक्त अचानक जोर का धमाका हुआ। इससे खेतों में काम कर रहे लोगों में भगदड़ मच गई। मामला बिजली गिरने का था। जिससे एक बेल का पेड़ एवं मासूम बालक झुलस गये। खेत में दरारें पड़ गयीं।
जानकारी के अनुसार नगर पंचायत कार्यालय के पीछे छोटी नहर के आस-पास खेतों में धान रोपने का काम चल रहा था। कृष्णा कालोनी के रामभरोसे लाल यादव ने ठेके पर खेत लेकर उसमें धान रोपाई करवा रहे थे। उनका नाती राज यादव भी खेत पर आ गया था। वह पड़ोस में नहर किनारे खड़े बेल के पेड़ नीचे अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। अचानक तेज धमाका हुआ।
खेतों में काम करने वाले लोगों को कुछ समझ में नहीं आया और भगदड़ मच गई। अचानक रामभरोसे की नजर अपने नाती पर गई। तो देखा पेड़ के नीचे वह झुलसा बेहोश पड़ा था। कुछ देर में वहां तमाम लोग इकट्ठे हो गए। देखा पेड़ झुलसा हुआ है और खेत में गड्डे हो गये हैं। तुरन्त लोग उसे उठाकर निजी चिकित्सक के पास उपाचार के लिए ले गये। कुछ ही देर में पूरे नगर में बिजली से झुलसे बालक की खबर फ़ैल गई।
जिन स्कूलों को रियायती दर पर जमीन नहीं मिली उन्हें सूचना के अधिकार से मुक्त किया जाये: जगदीश चन्द्र
Bareilly News: मान्यता प्राप्त स्कूलों के संगठन बेसिक शिक्षा समिति उत्तर प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश चन्द्र सक्सेना ने मुख्य जन सूचना अधिकारी उत्तर प्रदेश के उस आदेश की आलोचना की है जिससे प्रदेश के समस्त मान्यता प्राप्त स्कूल जन सूचना अधिकार के अन्तर्गत मांगी सूचना देने को बाध्य हैं।
यह आदेश उच्चतम न्यायालय के उस आदेश को ध्यान में रख कर लिये गये कि प्राइवेट स्कूल निमार्ण हेतु विकास प्राधिकरण आदि स्कूलों को रियायती दर पर भूमि देती है अतः यह स्कूल सरकारी सहायता प्राप्त हो गये। श्री सक्सेना ने कहा सरकारी लाभ प्राप्त स्कूलों को जन सूचना अधिकार के अन्तर्गत लाया जाये पर जिन स्कूलों को कोई सरकारी सहायता नहीं मिली, उन्हें इस नियम से बांधना न्यायसंगत नहीं है।
बेसिक शिक्षा समिति इस आदेश से गैर सरकारी लाभ प्राप्त स्कूलों को मुक्त कराने हेतु अपील दायर करेगी। श्री सक्सेना के अनुसार छोटे स्कूल शरारती तत्वों के जबाव देने में ही सारी ऊर्जा खत्म कर देंगे। बरेली में ही स्कूलों का एक समानान्तर संगठन बन जाने पर प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि हमारे कुछ सहयोगी रहे साथियों की अध्यक्ष व महामंत्री बनने की इच्छा पूर्ण हो गयी है। हमारी शक्ति पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
ईद-उल-अज़हा: खुले में न करें कुर्बानी, नालियों में न बहाएं खून
Bareilly News: ईद-उल-अज़हा का त्योहार देश भर में 21 जुलाई को मनाया जाएगा। ये त्योहार तीन दिन तक मनाया जाता है। इस दिन मुसलमान सूरज निकलने के बाद दो रकात नमाज़ वाजिब अदा करता है। उसके बाद साहिबे निसाब (शरई मालदार) मर्द और औरत तीन दिन तक अपने रब की रज़ा की खातिर जानवरों की कुर्बानी देते है। ये सिलसिला 10 ज़िल्हहिज्जा (21 जुलाई) से 12 ज़िल्हहिज्जा (23 जुलाई) तक सूर्यास्त (सूरज डूबने से पहले) तक चलता है।
दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि आज दरगाह आला हज़रत पर दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने दीनी मसाइल पर चर्चा करते हुए कहा कि ईद-उल-अज़हा का त्यौहार हज़रत इब्राहीम अलहेअस्सलाम की याद में मनाया जाता है। कुर्बानी उन्हीं की सुन्नत है। देश भर का मुसलमान इस सुन्नत को खुशदिली के साथ अदा करे। ईद-उल-अज़हा मज़हबी त्योहार के साथ ही इंसानियत का भी त्योहार है। यह उन एहसासों का त्योहार है जो इंसानियत के लिए बेहद ज़रूरी है। हम मुसलमानों की जब दोनों ईद आती है तो उस दिन का आगाज़ दो रकात नमाज़ वाजिब से होता है। मुसलमान ईद उल अज़हा को यह नमाज़ अदा कर कुर्बानी देकर अपने रब को राज़ी करता है। वहीं अल्लाह क़ुरआन में इरशाद फरमाता है कि ऐ महबूब अपने रब के लिए नमाज़ पढ़ो और कुर्बानी करो।
सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने मुल्क भर के मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि अच्छा मुसलमान व अच्छा शहरी होने की ज़िम्मेदारी निभाते हुए कुर्बानी देते वक्त दूसरे मज़हब की भावनाओं का खास ख़याल रखते हुए कुर्बानी खुले में न करें। किसी बंद जगह में कुर्बानी कर उसके अवशेष किसी गड्ढे में दफन कर दे। खून को नालियों में न बहने दे। कुर्बानी के फोटो या वीडियो सोशाल मीडिया पर वायरल न करें। नासिर कुरैशी ने बताया कि ईद-उल-अज़हा के पांच दिन बचे है। ऐसे में कुर्बानी के लिए जानवरों की खरीद फ़रोख्त का सिलसिला शुरू हो चुका है।
इस मौके पर मुफ्ती सय्यद कफील हाशमी, मौलाना बशीरुल क़ादरी, मौलाना ज़ाहिद रज़ा, शाहिद नूरी, ताहिर अल्वी, औरंगज़ेब नूरी, परवेज़ नूरी, अजमल नूरी, मंज़ूर खान, हाजी जावेद, मुजाहिद बेग, गौहर खान, इशरत नूरी, सय्यद माज़िद, हाजी अब्बास नूरी, यूनुस गद्दी, आसिफ रज़ा, सय्यद फरहत, काशिफ सुब्हानी, ज़ोहिब रज़ा, आसिफ नूरी, शान रज़ा, तारिक सईद, ज़ुबैर रज़ा खान, आलेनबी, जुनैद अज़हरी, सुहैल रज़ा, शाद रज़ा, साकिब रज़ा, शारिक बरकाती,इरशाद रज़ा, साजिद नूरी, अश्मीर रज़ा, आरिफ नूरी, जावेद रज़ा खान, नदीम अज़हरी, अब्दुल जव्वाद, सैफ रज़ा आदि लोग मौजूद रहे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दिया महापौर को ज्ञापन
पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने बरेली के महापौर उमेश गौतम को ज्ञापन देने के लिए नगर निगम पहुंचे। उनके साथ शहर विधायक डॉ अरुण कुमार एवं महानगर अध्यक्ष डॉक्टर केएम अरोड़ा भी मौजूद रहे। पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने बरेली में नगर निगम द्वारा संपत्तियों पर लिए जाने वाले टैक्स पर ब्याज पर ब्याज की गणना को गलत बताया और अनुरोध किया कि इसको समाप्त किया जाए और इसके साथ साथ एकमुश्त समाधान योजना भी लाई जाए ताकि लोग किसी ने किसी कारणवश टैक्स जमा नहीं कर पाए हैं वो एकमुश्त समाधान योजना का लाभ ले पाएं।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार बहुत बड़े कद के नेता हैं और अब जब मंत्री पद से मुक्त हो चुके हैं तो खुद नगर निगम जाकर ज्ञापन देकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह जनता की समस्याओं को उठाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं और अपने प्रोटोकॉल की परवाह न करके जनता की समस्याओं के लिए खुद भी ज्ञापन देने जा सकते हैं।