Ajay Mishra Teni Ka Istifa : अजय मिश्रा ने खुद तैयार की है अपने इस्तीफ़े की पृष्ठभूमि

Ajay Mishra Teni Ka Istifa : लखीमपुर खीरी घटना के बाद हाई कमान का यह मन नहीं था कि टेनी को इस्तीफ़े के लिए कहा जाये यही वजह है कि हाईकमान ने इस मसले पर चुप्पी साध रखी थी।

Written By :  Yogesh Mishra
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-10-11 07:49 GMT

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा बीजेपी दफ़्तर से निकले

Ajay Mishra Teni Ka Istifa : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni Son Ashish Mishra) के इस्तीफ़े के बिना अब कोई रास्ता निकलने वाला नहीं है। यह बात भाजपा हाईकमान को अब समझ में आने लगी है। हालाँकि कि लखीमपुर खीरी घटना के बाद हाई कमान का यह मन नहीं था कि टेनी को इस्तीफ़े (Ajay Mishra Teni Ka Istifa) के लिए कहा जाये, यही वजह है कि हाईकमान ने इस मसले पर चुप्पी साध रखी थी। पर जाँच एजेंसियों द्वारा बेटे से पूछताछ वाले दिन टेनी जिस तरह पार्टी ऑफिस में जमे रहे , उनके समर्थकों ने जिस तरह धरना प्रदर्शन किया वह गले के नीचे उतरने वाली बात नहीं है।

रविवार को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह द्वारा यह कहना कि नेता बनने का मतलब गाड़ी चढ़ाने का लाइसेंस मिल जाना नहीं है। हाई कमान के संदेश का ही संकेत है। लखीमपुर खीरी कांड में आठ लोगों के मारे जाने के बाद जो तथ्य निरंतर हाईकमान के हाथ लग रहे हैं वह इस घटना में मंत्री की लापरवाही व अनदेखी के प्रमाण तो दे ही रहे थे।

अनुशासनहीनता के खिलाफ किसी से भी समझौता नहीं

मसलन, राज्य के ख़ुफ़िया विभाग के इनपुट के बाद भी उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य का पहुँचना व भव्य कार्यक्रम करना ग़लत था। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को ख़ुफ़िया इनपुट को गंभीरता से लेना चाहिए था। मंत्री व उनके बेटे भले यह साबित करने के लिए तमाम प्रमाण दे रहे हों कि वे घटना स्थल पर नहीं थे। पर इस बात का कोई जवाब नहीं है कि गाड़ी उनकी थी।


वीडियो यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि किसानों की भीड़ में जानबूझकर कर गाड़ी डाली गयी। हाई कमान ने घटना के टेनी के दो दिन पहले के वायरल वीडियो को भी नज़रअंदाज़ किया। लेकिन बेटे आशीष मिश्रा (Ajay Mishra Teni Son Ashish Mishra Istifa) की जाँच एजेंसियों से पूछताछ के समय टेनी व उनके बेटे के समर्थकों द्वारा किये गये प्रदर्श ने हाई कमान की नज़रें टेढ़ी कर दी है।

नेतागिरी का मतलब फॉर्च्यूनर से कुचलना नहीं 

सूत्र बताते हैं कि हाई कमान की टेढ़ी भ्रकुटि से मिले संकेत के बाद ही पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda speaks Ajay Mishra Teni) ने कहा अनुशासनहीनता के खिलाफ पार्टी किसी से भी समझौता नहीं करेगी। जो भी दोषी होगा उसे जरूर सजा मिलेगी। स्वंत्रदेव सिंह ने कल ही लखनऊ में एक कार्यक्रम में कह पाये कि ''नेतागिरी का मतलब फॉर्च्यूनर से कुचलना नहीं होता है।''

टेनी को मंत्रिमंडल से हटाये जाने की मांग कांग्रेस. आप, सपा व की ओर से लगाकर की जा रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा (lakhimpur kheri violence) के विरोध में लगातार यूपी सरकार पर हमलावर है।

उधर महाराष्ट्र में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र उर्फ टैनी की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी (Ajay Mishra Teni Ka Istifa) को लेकर बंद का आहवान किया गया है।

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