Lakhimpur Kheri Violence : नवजोत सिद्धू व समर्थकों को मिली लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत, अब अपने वाहन से जाने की जिद पर पेंच
Lakhimpur Kheri Violence : लखीमपुर जा रहे नवजोत सिंह सिद्धू को सहारनपुर के पास रोक दिया गया है। प्रशासन द्वारा उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।
Lakhimpur Kheri Violence : बड़ी खबर आ रही है। आखिरकार लखीमपुर खीरी जाने के लिए नवजोत सिद्धू और उनके समर्थकों को इजाजत मिल गई लेकिन आखिरी पेंच अभी फंसा है वाहन को लेकर। जी हां नवजोत सिंह सिद्धू अपने वाहनों में जाना चाहते हैं जबकि पुलिस प्रशासन का कहना है कि वह सुरक्षा के लिहाज से अपनी ही गाड़ी में उन्हें छोड़कर आएगा। जिसके लिए नवजोत सिंह सिद्धू राजी नहीं हैं फिलहाल वार्ता जारी है। पीसीसी के महासचिव भूपेंद्र सिंह ने बताया कि यहां के प्रशासन और पुलिस से हरी झंडी मिल गई है लेकिन वार्ता का दौर अभी जारी है और वाहन को क्लीयरेंस मिलते ही वह यहां से रवाना हो जाएंगे। इससे पहले लखीमपुर जा रहे पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू को सहारनपुर में हिरासत में ले लिया गया था। सिद्धू पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ यमुना नगर (हरियाणा)-सहारनपुर (यूपी) बॉर्डर पर पहुंचे ही थे, वहीं से पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
लखीमपुर जा रहे नवजोत सिंह सिद्धू को सहारनपुर के पास रोक दिया गया था। प्रशासन द्वारा उन्हें हिरासत में ले लिया गया । बता दें, उत्तर प्रदेश प्रशासन ने केवल 5 नेताओं को यूपी में प्रवेश की मंजूरी दी है। इसके बाद भी नवजोत सिंह सिद्धू अपने काफिले के साथ आगे बढ़ने की मांग पर जबरदस्ती अड़े हुए हैं।
लखीमपुर घटना को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू देश की भाजपा सरकार पर लगातार तंज कसने से बाज नहीं आ रहे हैं। यूपी की राजनीतिक पार्टी के साथ ही अब उत्तराखंड, पंजाब अन्य कई राज्यों के नेताओं की रूचि भी बढ़ती जा रही है।
लखीमपुर खीरी मामले में शासन की सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। भले ही प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) या राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के सत्याग्रह के बाद आप , सपा व कांग्रेस के नेताओं को लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में प्रवेश व दिवंगत लोगों के परिजनों से मिलने की अनुमति मिल गयी हो।
पर हक़ीक़त यह है कि सूबे का बार्डर लखीमपुर जाने की मंशा वाले लोगों के लिए आज भी बंद है। वह चाहे नेता हो, किसान या सामाजिक कार्यकर्ता । तभी तो बीते 4 अक्टूबर को पंजाब के डिप्टी सीएम सुंदर सिंह रंधावा अपने सात विधायकों के साथ लखीमपुर खीरी जाने के लिए निकले।
लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा हरियाणा और उत्तराखंड की सीमा से लगे सहारनपुर जनपद के शाहजहांपुर चौकी पर रोक लिया गया। पुलिस द्वारा बिना किसी ठोस कारण के लखीमपुर जाने से रोकने के चलते पंजाब के डिप्टी सीएम सुंदर सिंह रंधावा अपने विधायकों के साथ धरने पर बैठ गए।