Lakhimpur Kheri Violence: किसानों और सरकार के बीच सहमति, मृतकों के परिजनों को 45 लाख, नौकरी, न्यायिक जांच के आदेश

Lakhimpur Kheri Violence: आज सुबह से ही किसानों और प्रशासन के बीच में वार्ता चल रही थी, जिसमें दोनों पक्षों में सुलह हो गई है।

Published By :  Monika
Update: 2021-10-04 08:46 GMT

किसानों और सरकार के बीच सहमति (फोटो : सोशल मीडिया )

Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत (kisano ki maut) के बाद से चल रहे सियासी बवाल के बीच सरकार ने बड़ा फैसला किया है, योगी सरकार (Yogi Government) ने जिन किसानों की मौत हुई है उनके परिजनों को 45 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी (Government Job) देने का निर्णय लिया है, साथ ही घायलों को 10-10 लाख रुपये की सहायता देने और इस पूरे प्रकरण की न्यायिक जांज कराने का फैसला लिया है। सरकार ने घटना की न्यायिक जांच कराने और 8 दिन में आरोपियों को अरेस्ट करने का वादा भी किया है। यह जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश करेंगे।

राकेश टिकैत और एलडीजी एलओ का बयान

बता दें आज सुबह से ही किसानों और प्रशासन के बीच में वार्ता चल रही थी, जिसमें दोनों पक्षों में सुलह हो गई है। किसान नेता राकेश टिकैत (kisan neta Rakesh Tikait)  ने कहा कि प्रशासन ने माना है कि मंत्री के बेटे ने गलती की है, उसे किसानों के काफिले में गाड़ी नहीं ले जाना चाहिए थी। वहीं एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया है कि दोषियों के खिलाफ केस दर्ज हो गया है, जांच जारी है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का क्या कहना है?

वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) ने पूरी घटना की न्यायिक जांच की मांग की है, उन्होंने कहा कि घटना में उनका बेटा शामिल नहीं था। किसानों की आड़ में बाहरी लोगों ने घुसकर उनके कार्यकर्ताओं की हत्या की है। उन्होंने कहा कि यह एक साजिश के तहत की गई घटना है। केंद्रीय राज्यमंत्री ने घटना के पीछे खालिस्तान कनेक्शन (Khalistan Connection) होने की भी आशंका जताई। अजय मिश्रा ने कहा कि हमारे तीन लोग और एक ड्राइवर की हत्या की गई है। हमारे पास इसके वीडियो भी हैं। हम इसमें एफआईआर दर्ज करवाने जा रहे हैं।

उधर केंद्रीय राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्रा का कहना है कि वे घटना के दौरान मौके पर मौजूद ही नहीं थे। ये एक बड़ी साजिश है और इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या की गई है।

फिलहाल जिला प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लागू किया है।

झड़प में इनकी हुई मौत

1- रमन कश्यप ( स्थानीय पत्रकार)

2- दलजीत सिंह (32) पुत्र हरजीत सिंह- नापपारा, बहराइच (किसान)

3- गुरविंदर सिंह (20) पुत्र सत्यवीर सिंह- नानपारा, बहराइच (किसान)

4- लवप्रीत सिंह (20) पुत्र सतनाम सिंह- चौखडा फार्म मझगईं (किसान)

5- छत्र सिंह पुत्र अज्ञात (किसान)

6- शुभम मिश्र पुत्र विजय कुमार मिश्र, शिवपुरी (बीजेपी नेता)

7- हरिओम मिश्र पुत्र परसेहरा, फरधान (अजय मिश्रा का ड्राइवर)

8- श्यामसुंदर पुत्र बालक राम सिंघहा, कलां सिंगाही (बीजेपी कार्यकर्ता)

इनपुट: राहुल सिंह राजपूत/शरद अवस्थी

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