किसान गन्ना फसल के बकाए राशि को लेकर परेशान, भुगतान न होने पर होगा आंदोलन
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश सचिव और जनपद लखीमपुर के प्रभारी अभिषेक सिंह पटेल ने खम्भार खेड़ा स्थित बजाज चीनी मिल धरने में बैठे किसानों से मुलाकात की साथ में उन्होंने किसानों के आंदोलन को कांग्रेस का समर्थन देते हुए गन्ना बकाये राशि को शीघ्र भुगतान करने की मांग की।
लखीमपुर: आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश सचिव और जनपद लखीमपुर के प्रभारी अभिषेक सिंह पटेल ने खम्भार खेड़ा स्थित बजाज चीनी मिल धरने में बैठे किसानों से मुलाकात की साथ में उन्होंने किसानों के आंदोलन को कांग्रेस का समर्थन देते हुए गन्ना बकाये राशि को शीघ्र भुगतान करने की मांग की।
प्रदेश सचिव अभिषेक सिंह पटेल ने धरने में सम्बोधित करते हुए कहा कि गन्ना किसान अपनी गन्ना फसल के बकाए राशि को लेकर काफी परेशान हैं लेकिन प्रशासन और भाजपा सरकार किसानों के साथ न खड़ी होकर चीनी मिल मालिकों को समर्थन दे रही है यह काफी दुःखद बात है।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले गोला के किसान श्रीपाल जो पूर्व प्रधान भी थे, गन्ना भुगतान न होने से आर्थिक तंगी से परेशान थे और आत्महत्या कर ली, यह आत्महत्या नहीं सीधे तौर पर चीनी मिल द्वारा किया गया मर्डर है और प्रशासन द्वारा चीनी मिल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे सरकार की किसान विरोधी मानसिकता साफ दिखाई पड़ रही है। भाजपा को किसानों के दर्द का कोई अहसास नहीं, यदि समय से गन्ना बकाए का भुगतान हो गया होता तो श्रीपाल का परिवार अनाथ नहीं होता। इसी तरह लखीमपुर की दूसरी बजाज चीनी मिल भी किसानों के बकाए का भुगतान नहीं कर रही है।
प्रशासन और चीनी मिल को दी चेतावनी
कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी जी के नेतृत्व में किसानों के साथ खड़ी है और जब तक आप किसानों के बकाए का एक-एक रुपये का भुगतान नहीं हो जाता हम आपकी लड़ाई लड़ेंगे। प्रदेश सचिव अभिषेक सिंह पटेल ने प्रशासन और चीनी मिल को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र गन्ना किसानों के बकाए का भुगतान नहीं हुआ तो कांग्रेस आंदोलन करेगी।
किसान जल सत्याग्रह करने की दी चेतावनी
किसान आंदोलन में ओर इसमें नया मोड़ आ गया जब गन्ना भुगतान न होने से पीड़ित किसानों ने ना केवल बजाज चीनी मिल के मालिक कुशाल का पुतला फूंका बल्कि मिल के सामने ही किसानों ने सामूहिक रुप से मुंडन संस्कार करवा लिया और मिल प्रशासन को चेतावनी दी है गन्ने का भुगतान नहीं किया गया तो किसान जल सत्याग्रह के लिए पर विवश होंगे। किसानों का कहना है यह बच्चों की फीस, बिजली का बिल, सब्जी, आज की व्यवस्था करने में हम लोगों की कमर टूट रही है। किसानों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि उनके बकाए गन्ना भुगतान से कराया जाए जिससे उनके परिवार भी 2 वक्त की रोटी खा सके।