एस पी सिंह बघेल के मंत्री बनते ही समर्थकों ने मनाया जश्न, जानिए क्या है उनका पॉलिटिकल करियर ?

उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद एस पी सिंह बघेल के आगरा में न्यू शाहगंज स्थित घर के बाहर जश्न का माहौल है। जश्न के माहौल में समर्थकों का हुजूम है। बैंड की धुन और ढोल पर थाप की तरंग है। लोग खुशियों में सराबोर हैं। चारों तरफ ख़ुशी है। खुशियों के बीच में मिठाई बांटी जा रही है।

Update:2017-03-19 16:35 IST

एसपी सिंह बघेल

फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद एस पी सिंह बघेल के आगरा में न्यू शाहगंज स्थित घर के बाहर जश्न का माहौल है। जश्न के माहौल में समर्थकों का हुजूम है। बैंड की धुन और ढोल पर थाप की तरंग है। लोग खुशियों में सराबोर हैं। चारों तरफ ख़ुशी है। खुशियों के बीच में मिठाई बांटी जा रही है। हालांकि एस पी सिंह बघेल और उनका परिवार इस समय लखनऊ में है। लेकिन आगरा में उनके समर्थकों में जबरदस्त जोश है। घर के बाहर सड़क पर मिठाई, लड्डू, गुझिया खिलाई और खाई जा रही है। आतिशबाज़ी कर बम फोड़े जा रहे हैं।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय मंत्री अशफाक सेफ़ी ने बताया कि हमारे आगरा के नेता जन-जन के नेता प्रोफेसर एस पी सिंह बघेल जी को योगी जी ने अपने कैबिनेट में मंत्री बनाया है। पूरे आगरा नहीं पूरे उत्तर प्रदेश में खुशी का माहौल है। वहीं फिल्म निर्माता और भाजपा नेता रंजीत सिंह सामा ने बताया कि उन्होंने इस चुनाव के अंदर जितनी मेहनत की है, उनके पराक्रम से उनके परिश्रम से भी हमको कई सीटें मिली है। जो योगी जी की मंत्रिमंडल में उनको जगह मिली है। हम ही नहीं आगरा के लोग, उत्तर प्रदेश के लोग उनका धन्यवाद करते हैं।

वहीं एस पी सिंह बघेल के समर्थक रवि का कहना है कि प्रोफेसर साहब जी मंत्री बन गए, इसलिए मैं बहुत खुश हूं और खुशी के मारे मैं संभाला भी नहीं जा रहा हूं और ऐसे ही चलकर बघेल साहब बहुत मेहनत करते हैं। प्रोफेसर एस पी सिंह बघेल प्रोफेसर साहब का मंत्री बनने का बहुत असर है।

आगे की स्लाइड में जानिए प्रो एस.पी. सिंह बघेल का पूरा राजनैतिक करियर

नाम : प्रो एस पी सिंह बघेल

पिता का नाम: स्वर्गीय श्री राम भरोसे सिंह

माता का नाम: स्वर्गीय श्रीमती रामश्री देवी

जन्म तिथि: 21/06/1960

जन्मस्थान: भट्टपुरा, जिला औरैया (उत्तर प्रदेश)

विवाह: 30 नवंबर 1989 श्रीमती मधु सिंह बघेल से विवाह, एक बेटी और एक बेटा।

शैक्षणिक योग्यताएं: एमएससी, एलएलबी, पीएच.डी.जिवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर (मध्य प्रदेश), मेरठ विश्वविद्यालय और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ (उत्तर प्रदेश) में शिक्षित।

व्यवसाय: कृषक, राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षक।

राजनीतिक सफर:

1. 1998-99 में जलेसर से बारहवीं लोक सभा सदस्य, समाजवादी पार्टी से रहे, अधीनस्थ विधान सभा संबंधी समिति, मानव संसाधन विकास सदस्य की समिति, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के लिए सलाहकार समिति।

2. जलेसर लोकसभा क्षेत्र से 1999-2004 सांसद (समाजवादी पार्टी) से तेरहवीं लोक सभा (दूसरी अवधि) 1999-2000 सदस्य, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण समिति पर समिति, 2000-2004 के अनुमानों पर समिति सदस्य, गृह मंत्रालय के सदस्य के लिए परामर्शदात्री समिति, सार्वजनिक उपक्रम समिति 2004-2009 सदस्य।

3. 2009 में लोकसभा चुनाव में सपा ने टिकट नहीं दिया, तो सपा छोड़कर बसपा में शामिल हो गए। बसपा ने फ़िरोज़ाबाद लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया, लेकिन हार गए।

4. जुलाई 2010 राज्य सभा (बहुजन समाज पार्टी से ) से बनाया गया, लेकिन 2014 में बसपा से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए। अगस्त से वित्त मंत्रालय के लिए सदस्य, सलाहकार समिति अगस्त 2011 से सदस्य, उद्योग पर समिति अगस्त 2012 से सदस्य, राज्य सभा के सदस्यों को कंप्यूटर की तरजीह देने की समिति।

5. वर्ष 2009 में बसपा से फ़िरोज़ाबाद लोकसभा का चुनाव लड़ा पर अखिलेश यादव से हार गए।

6. वर्ष 2010 में उपचुनाव ( अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद) फ़िरोज़ाबाद लोकसभा क्षेत्र से दोबारा चुनाव (बसपा से) लड़ा, लेकिन राजबब्बर ने हरा दिया।

7. वर्ष 2014 में बीजेपी में शामिल हुए और बीजेपी की टिकट पर फ़िरोज़ाबाद से चुनाव लड़ा, लेकिन सपा के अक्षय यादव से हार गए।

8. वर्ष 2017 में बीजेपी से ही फ़िरोज़ाबाद जनपद की टुंडला (सुरक्षित) विधान सभा से चुनाव लड़ा और 56 हजार वोट से जीत गए।

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