किसान आंदोलन: मेरठ में मच गया बवाल, सपाइयों और पुलिस में भिड़ंत
इस क्रम में पुलिस ने रविवार देर रात शहर विधायक रफीक अंसारी को हाउस अरेस्ट (नजरबंद) कर लिया। इससे पहले किसान यात्रा के दौरान भी ऐसा किया गया था।
मेरठ: कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठन आज यहां कलक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं आंदोलन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन को लेकर अलर्ट पुलिस प्रशासन ने मेरठ के सपा, कांग्रेस, आप पार्टी के कई नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है।
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विधायक रफीक अंसारी को हाउस अरेस्ट (नजरबंद) कर लिया
इस क्रम में पुलिस ने रविवार देर रात शहर विधायक रफीक अंसारी को हाउस अरेस्ट (नजरबंद) कर लिया। इससे पहले किसान यात्रा के दौरान भी ऐसा किया गया था। बावजूद इसके सरकार की कृषि नीतियों के विरोध में किसानों के आंदोलन के समर्थन में सपाइयों का प्रदर्शन लगातार जारी है। सोमवार को सपाइयों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कमिश्नरी चौपले को छावनी में तब्दील कर दिया गया।
मेरठ में कमिश्नरी में प्रदर्शन कर रहे सपा नेता सहित तीन दर्जन से भी अधिक सपा समर्थकों को पुलिस नेहिरासत में लेकर थाने भेज दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ खूब नोकझोंक हुई। प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकर्ता सड़क पर ही लेट गए, इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच खूब खींचातानी हुई। पुलिस ने कई सपा समर्थकों को हिरासत में लेकर आंबेडकर भवन गंगानगर भेज दिया। सपाइयों का दूसरा गुट भी पहुंचा प्रदर्शन करने। हिरासत में लिया।
अतुल प्रधान ने ज़मीन पर लेट कर पुलिस को छकाया
प्रदर्शन के दौरान सपा नेता अतुल प्रधान, चौधरी राजपाल सिंह और एसपी सिटी के बीच जमकर नोकझोंक हुई। अतुल प्रधान ने ज़मीन पर लेट कर पुलिस को छकाया। भारी मशक्कत के बाद पुलिस ने अतुल प्रधान, विपिन मनोठिया, चौधरी राजपाल सिंह सहित सैकड़ों सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। मेरठ कॉलेज गेट पर भी सपा नेताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई। यहां से सभी को हिरासत में लेकर हस्तिनापुर भेजा गया।
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राष्ट्रीय लोकदल की तरफ से किसान आंदोलन को लेकर सोमवार को जिला मुख्यालय पर महापुरुषों की प्रतिमाओं पर सरकार को सद्बुद्धि के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया जा रहा है। पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर सिंह ने बताया कि सरकार किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को बलपूर्वक दबाना चाहती है। प्रशासन सरकार के इशारे पर किसानों को बॉर्डर पर खाना ले जाने से भी रोक रहा है। विपक्षी पार्टियों के नेताओं को झूठे मुकदमें दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है। सरकार को सद्बुद्धि आए इसके लिए रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के निर्देश पर मेरठ समेत सभी जिला मुख्यालयों पर महापुरुषों की प्रतिमाओं पर बुद्धि-शुद्धि किया जा रहा है।
रिपोर्ट- सुशील कुमार
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