Mission 2024: इंडिया में आ सकती है बसपा, अखिलेश बोले-यह बात उछालना बीजेपी की साजिश, गठबंधन को कमजोर करना चाहती है बीजेपी
Mission 2024: अब इंडिया गठबंधन में बसपा के भी शामिल होने की चर्चाएं होनी शुरू हो गई हैं। इस बात पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
Mission 2024: बसपा की ओर बढ़ रहे कांग्रेस के हाथ में समाजवादी पार्टी को भाजपा की पूरी तरह से साजिश नजर आ रही है। पार्टी का कहना है कि भाजपा तमाम तरीकों से इंडिया को कमजोर करना चाह रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि इंडिया की बैठक में कभी इस तरह की कोई बात ही नहीं हुई। कहा कि भाजपा तमाम तरीकों से विपक्षी गठबंधन इंडिया को कमजोर करने के लिए अभियान चला रही है। इस तरह की बातें भाजपा की इसी रणनीति का हिस्सा हो सकती हैं।
अखिलेश यादव प्रदेश सपा मुख्यालय पर सोमवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। यूपी कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने रविवार को मीडिया से कहा था कि इंडिया गठबंधन में बसपा समेत अन्य समान विचारों वाले दलों को लाने के प्रयास चल रहे हैं। इस पर सवाल किए जाने पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि इंडिया गठबंधन की बैठक में इस तरह की कोई बात होती तो उनकी जानकारी में जरूर होती। भाजपा इंडिया गठबंधन को कमजोर करने के लिए चारों तरफ से आक्रमण कर रही है। किसी का नाम लिए बिना अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ लोगों से भाजपा इस तरह के बयान कहलवा रही है।
उधर, राजनीतिक सूत्रों की मानें तो कांग्रेस नेताओं की इसी सप्ताह बसपा के एक प्रभावशाली नेता से मुलाकात होने की संभावना है। कुल मिलाकर देखा जाए तो कांग्रेस उत्तर प्रदेश में बसपा से गठबंधन की काफी इच्छुक बताई जा रही है। वहीं, सपा की माने तो उनका कहना है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन का सपा को कोई फायदा नहीं हुआ था। बसपा अपने परंपरागत वोटों को सपा प्रत्याशियों के पक्ष में ट्रांसफर नहीं करवा पाई थी।
फ्लाई ओवर से दिक्कत तो चलवा दें बुलडोजर
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा शासन में लखनऊ में बसपा कार्यालय के सामने बने फ्लाईओवर से मायावती को खतरा है तो वे केंद्र को पत्र लिखकर इसे बुलडोजर से ढहवा दें। अखिलेश ने यह बात मायावती के उस एक्स पर दी, जिसमें उन्होंने इस फ्लाईओवर को सपा सरकार में हुए दलित विरोधी कृत्यों में से एक बताया है। इस संबंध में किए गए सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि ट्रैफिक की जरूरतों को देखते हुए उनकी सरकार में इस पुल का निर्माण हुआ था। हालांकि, तब भी कुछ लोगों ने इसके निर्माण को रुकवाने की कोशिश की थी। डिफेंस और रेलवे की एनओसी लेकर इस पुल का निर्माण करवाया गया, जिसमें सभी मानकों का ध्यान रखा गया था। इसके उद्गघाटन के मौके पर पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी भी मौजूद रहे थे।