Samajwadi Party: ऋचा सिंह बोलीं, पार्टी में महिलाओं की जाति देखकर बोलने का चलन, जूही सिंह ने समझाया अखिलेश यादव ने दी है पहचान!
Ramcharitmanas पर स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान के बाद समाजवादी पार्टी के कुछ नेता बागी तेवर में दिखाई दे रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता डॉ. ऋचा सिंह ने ट्वीट कर कहा कि महिलाएं वंचित समाज से सरोकार रखती हैं। उनके विरोध के स्वर देखते हुए दूसरी प्रवक्ता ने जूही सिंह ने उन्हें समझाते हुए कई ट्वीट किए।
Lucknow news: प्रयागराज पश्चिम से सपा उम्मीदवार रहीं पार्टी प्रवक्ता डॉ. ऋचा सिंह ने कई ट्वीट करके पार्टी के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि सपा में महिलाओं की जाति देखकर गाली देने का चलन बन गया है, इसे समाजवाद नहीं कहा जा सकता।
अपने ट्वीट में उन्होंने कहा 'समाजवाद के ध्वजवाहक डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि महिलाओं की कोई जाति नहीं होती। महिलाएं वंचित समाज से सरोकार रखती हैं। लेकिन वर्तमान में सपा में महिलाओं की जाति देखकर उन पर अपशब्द बोलने का ट्रेंड लोहिया जी का समाजवाद नहीं हो सकता।'
डॉ. ऋचा सिंह के इस बयान के बाद पार्टी प्रवक्ता जूही सिंह ट्वीट कर उन्हें याद दिलाया कि कैसे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनपर भरोसा जताकर दो बार पार्टी का प्रत्याशी बनाया और पहचान दी। दोनों के बीच सवाल-जवाब का सिलसिला यहीं नहीं रूका।
डॉ. ऋचा सिंह ने एक और ट्वीट कर कहा 'डियर मैम, चूंकि मैं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इतिहास में छात्रसंघ की पहली और अकेली निर्वाचित महिला अध्यक्ष रही हूं, इसलिए मुझे पता है कि वास्तव में महिला सशक्तिकरण का मतलब क्या होता है और पूरा समाज इसका कैसे विरोध करता है। इसके जवाब में जूही सिंह ने कहा 'हां मैने कुमुदनी पति, रामजी राय, चितरंजन और कई साथियों को इलाहाबाद विश्वविद्यालय की राजनीति में चुनौतियों का सामना करते देखा है। कुमुदनी मेरी क्रांतिकारी गतिविधियों को लेकर बहुत कम मुखर थीं, लेकिन वह आपके समय के बहुत पहले की बात है। वो और आप सशक्त रहें।'
भूकंप पीड़ितों को लेकर जताई संवेदना
डॉ. ऋचा सिंह को समझाने के बाद जूही सिंह ने एक और ट्वीट कर सीरिया और टर्की के भूकंप में हुए जान-माल को लेकर गहरी संवेदना भी जताई।