Sant Kabir Nagar: कोर्ट के आदेश पर गांव में हुए गबन की जांच करने पहुंची टीम
Sant Kabir Nagar: संतकबीरनगर जिले में बघौली ब्लॉक के मदरहा ग्राम पंचायत में विकास के लिए आये सरकारी धन के गोलमाल को लेकर हुई शिकायत मामले में कोर्ट के आदेश के बाद जांच टीम मौके पर पहुंची।
Sant Kabir Nagar: संतकबीरनगर जिले में बघौली ब्लॉक (Baghauli Block) के मदरहा ग्राम पंचायत (madraha gram panchayat) में विकास के लिए आये सरकारी धन के गोलमाल को लेकर हुई शिकायत मामले में कोर्ट के आदेश के बाद जांच टीम मौके पर पहुंची। जहां जांच टीम ने 08 विन्दुओ पर मिली शिकायत पर क्रमवार जांच करते हुए रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को जल्द सौपने की बात कही।
आपको बता दें कि गाँव निवासी पारस नाथ ने पूर्व ग्राम प्रधान के ऊपर सरकारी धन का बंदरबांट करने का आरोप लगाते हुए कुल 08 विन्दुओ पर शिकायत की थी। लगातार 04 से 05 वर्षों तक स्थानीय अफसरों के यहां शिकायत के बाद जब शिकायतकर्ता की शिकायत पर जिम्मेदार अफसरों ने कोई कार्यवाही नही की तब उसने कोर्ट की शरण ली।
सरकारी धन का दुरुपयोग
गाँव मे तत्कालीन ग्राम प्रधान के ऊपर विकास कार्यों के मद में आये सरकारी धन के गोलमाल का आरोप लगाते हुए शिकायतकर्ता पारस नाथ ने जिन 08 विन्दुओ पर शिकायत की है उसके मुताबिक नाली निर्माण, खड़ंजा निर्माण, इंटरलॉकिंग रोड, हैंडपंप रिबोर, आदि कार्यों में प्रधान ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया है।
शिकायतकर्ता ने ये भी आरोप लगाया कि पूर्व और वर्तमान प्रधान काफी दबंग है जो ब्लॉक कर्मियों के साथ मिलीभगत कर गाँव मे घोटाला किया है। शिकायतकर्ता के साथ स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि काफी लड़ाई के बाद कोर्ट ने 23 अक्टूबर 2021 को जांच का आदेश दे दिया था लेकिन कोर्ट के आदेश के बाबजूद अफसर महीनों तक जांच को टालते रहे, बार बार शिकायत और कोर्ट के आदेशों का हवाला उच्चाधिकारियों को देने के बाद गांव में हुए घोटाले की जांच करने आई टीम भी प्रधान पक्ष से मिल चुकी है जिससे न्याय की उम्मीद नही की जा सकती।
वहीं पूरे मामले पर जांच टीम में शामिल जे0 ई0 ओमप्रकाश चौरसिया ने जो बयान दिए वो काफी चौकाने वाले रहे, अपने बयानों में उन्होंने ग्रामीणों की शिकायत में कोई दम न होने की बात कहकर ग्रामीणों की आशांकाओं जिसमे ग्रामीणों ने जांच टीम की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा किया है उसको और प्रबल कर दिया। फ़िलहाल शिकायत पर हुई स्थलीय जांच की रिपोर्ट जांच टीम जब डीएम को सौंपेगी तभी जाकर साफ कुछ साफ होगा।