मेरठ: गर्ल्स की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब पुलिस तक ही सीमित नहीं रहेगी बल्कि शिक्षिकाएं उनका सुरक्षा कवच बनेंगी। यूपी पुलिस महिला सम्मान प्रकोष्ठ एक कवायद शुरू करने जा रही है। जिसके तहत सिटीजन कैडेट का गठन किया जाएगा। कार्यक्रम के तहत गठित किए जाने वाले इस दल में 18 वर्ष से अधिक आयु की गर्ल्स और वूमेंस को चयनित किया जाएगा।
हिंसा की जानकारी थाने में देगी कैडेट
-कैडेट अपने क्षेत्र में गर्ल्स और वूमेंस के विरुद्ध होने वाली हिंसा व उत्पीड़न की जानकारी थाने में देंगी।
-उनकी किसी प्रकार की शिकायत को प्राथमिकता दी जाएगी।
-सर्व शिक्षा अभियान के तहत परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाली गर्ल्स की शिक्षा के साथ-साथ उनकी सुरक्षा व सशक्तिकरण की ओर भी यह अनूठी पहल की गई है।
-जिसके तहत यूपी के सभी जिलों के परिषदीय स्कूलों की शिक्षिकाओं से आवेदन मांगे गए है।
-जनपद में कम से कम एक महिला शिक्षिका जिसमें नेतृत्व क्षमता हो और वह स्वेच्छा से सिटीजन कैडेट के रुप में कार्य करने के लिए इच्छुक हो,वह अपना आवेदन कर सकती है।
इन्हे मिलेगा लाभ
-राज्य परियोजना निदेशक की ओर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जारी किए गए पत्र में सिटीजन कैडेट में कस्तूरबा की पूर्व में पास आउट गर्ल्स को भी शामिल करने पर जोर दिया गया है।
-सिटीजन कैडेट के रुप में चयनित गर्ल्स व वूमेंस को महिला सम्मान प्रकोष्ठ प्रशिक्षण देगा।
-वहीं उन्हें एक पहचान पत्र देकर उनके निकट के थाने में उन्हें लिंक भी किया जाएगा।
-एडी बेसिक अशोक कुमार का कहना है कि सिटीजन कैडेट के लिए आवेदन मांगे गए है।
-जिसके लिए स्कूल हेड मास्टर्स को सूचित कर दिया गया है।