SDM Jyoti Maurya Case: SDM ज्योति मौर्य केस में बुरी तरह फँसने वाले मनीष दुबे कौन हैं, नौकरी पर अब लटक रही तलवार
SDM Jyoti Maurya Case: मनीष दुबे पर लगे आरोपों की जांच कर रहे डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह ने अपनी रिपोर्ट डीजी होमगार्ड बीके मौर्य को सौंप दी है।
SDM Jyoti Maurya Case: SDM ज्योति मौर्य केस इन दिनों आम लोगों के साथ-साथ यूपी के पुलिस - प्रशसानिक हलकों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। एक सीनियर महिला पीसीएस अधिकारी और पुलिस अधिकारी के बीच कथित एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का मामला अदालत की चौखट तक पहुंच चुका है। इस मामले में जांच का सामना कर रहे महोबा में तैनात होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे की मुश्किलें अब बढने वाली हैं। विभागीय जांच में उन्हें दोषी पाया गया है।
मनीष दुबे पर लगे आरोपों की जांच कर रहे डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह ने अपनी रिपोर्ट डीजी होमगार्ड बीके मौर्य को सौंप दी है। जांच में सामने आया कि मनीष दुबे मोबाइल पर ज्योति मौर्य से उसके पति आलोक को रास्ते से हटाने की बात कर रहे हैं। कॉल रिकॉर्डिंग से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है, इसके लिए उसकी फॉरेंसिक जांच करवाई जाएगी। डीजी होमगार्ड ने रिपोर्ट के आधार पर शासन से दुबे को सस्पेंड करने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है।
कौन हैं मनीष दुबे ?
33 वर्षीय मनीष दुबे उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले हैं। राज्य पुलिस सेवा में आने से पहले वो सॉफ्टवेयर इंजीनियर हुआ करते थे। फिलहाल मनीष महोबा होमगार्ड कमांडेंट के पद पर तैनात हैं। जानकारी के मुताबिक, साल 2021 में उन्होंने लखनऊ की एक युवती से अलीगंज स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। उनकी पत्नी ने भी उन पर शादी के बाद 80 लाख रूपये दहेज मांगने का आरोप लगाय है। पत्नी ने उनपर इसे लेकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इस मामले की जांच में भी उन्हें दोषी पाया गया है।
इसके अलावा अमरोहा में तैनाती के दौरान मनीष पर एक महिला होमगार्ड ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। महिला अधकारी ने आरोप लगाया कि मनीष दुबे ने उसे अकेले में मिलने के लिए बुलाया था। जब वो नहीं गई तो उसकी ड्यूटी पर रोक लगा दी गई। महिला होमगार्ड ने इसकी शिकायत डीजी होमगार्ड से भी की थी। परेशान महिला ने फिर से वहां अपना ट्रांसफर करवा लिया था। कुल मिलाकर इन तीन मामलों में मनीष दुबे को जांच में दोषी पाया गया है।
2020 में आलोकि ने ज्योति को मनीष के साथ था पकड़ा
शादीशुदा मनीष दुबे और ज्योति मौर्य की मुलाकात पहली बार एक आधिकारिक दौरे के दौरान हुई। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी, जो धीरे-धीरे अफेयर मे तब्दील हो गया। एसडीएम ज्योति के पति आलोक मौर्य का दावा है कि उन्होंने पहली बार 2020 में लखनऊ के एक होटल में दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया था। इसके बाद ज्योति ने कबूला कि उसका मनीष दुबे के साथ अफेयर है। इसके बाद महिला अधिकारी ने अपने पति से तलाक मांगी थी, जिसे आलोक ने ठुकरा दिया था।
दो जुड़वा बेटियों की मां है ज्योयि मौर्य
बनारस की रहने वाली ज्योति मौर्य की शादी आलोक से साल 2010 में हुई थी। शादी के दौरान वो स्नातक कर रही थीं। विवाद के बाद भी उन्होंने पढ़ाई जारी रखी और यूपी पीसीएस की परीक्षा की तैयारी की। उनकी मेहनत रंग लाई और उनकी एसडीएम के पद पर चयन हो गया। इस दौरान वो दो जुड़वा बेटियों की मां बन चुकी थीं। पति आलोक मौर्य का दावा है कि एसडीएम बनने के बाद ज्योति बदल गई। ज्योति मौर्य ने व्यक्तिगत मामला होने और कोर्ट में केस होने के कारण फिलहाल इस विवाद पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।