ताजमहल से चंद दूरी पर बसे इस गांव में श्राप है दूध बेचना, जानिए क्यों
कहते हैं दुध सबसे पवित्र चीज़ होती है। पूजा हो या कोई शुभ काम, हर जगह इसका इस्तेमाल होता है। मगर क्या आप जानते हैं? प्रदेश में एक ऐसी जगह है जहां दूध बेचना अभिशाप माना जाता है। जी
आगरा: कहते हैं दुध सबसे पवित्र चीज़ होती है। पूजा हो या कोई शुभ काम, हर जगह इसका इस्तेमाल होता है। मगर क्या आप जानते हैं? प्रदेश में एक ऐसी जगह है जहां दूध बेचना अभिशाप माना जाता है। जी हां, जिसने भी यहां दूध बेचने की कोशिश की उसको इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ जाती है।
यहां दूध का नहीं कोई मोल
-जिला मुख्यालय से नौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुंआ खेड़ा गांव में दूध बेचना अभिशाप माना जाता है।- जिसने भी यहां दूध बेचा वो बर्बाद हो गया है।-गांववालों का मानना है की दूध का कोई मोल नहीं है।
- ताज महल से कुछ ही दूरी पर बसे इस गांव के लोगों का दावा है कि इस गांव में कभी भी दूध नही बेचा गया।
- इस गांव में दूध को बेचना अशुभ माना जाता है।- गांव के जिन लोगों ने चोरी छिपे दूध बेचा भी है, वो तबाह हो गए। वो लोग जन से भी गए और धन से भी।-इतना ही नही...ग्रामीणो ने ये भी दावा किया कि गांव का कोई व्यक्ति गांव के बाहर भी जाकर बसा और उसने चाय की दुकान खोलकर दूध का इस्तेमाल किया तो उसको भी शापित दूध ने बर्बाद कर दाल।- गांव में दूध की जरूरत जिस किसी भी को भी पड़ती है, उसकोमुफ्त में दूध दिया जाता है। लेकिन दूध की कीमत कोई किसी से नहीं मांगता।
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क्यों नहीं बिकता दूध
-इस गांव के आसपास दूध बिकता है
लेकिन कुंआ खेड़ा गांव में ये श्राप माना जाता है।- ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव के पास एक संत रहते थे जो गऊ भक्त थे।- संत ने ग्रामीणो को दूध नही बेचने की सलाह दी थी।- सैकड़ों साल पहले संत ने जो सलाह लोगों को दी थी उसका पालन लोग आजतक करते आ रहे हैं।